अयोध्या, 21 अप्रैल (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के परकोटे में अवस्थित शिव मंदिर के शिखर पर सोमवार को कलश स्थापित किया गया। मंदिर के शिखर पर वैदिक मंत्रोच्चार के बीच कलश स्थापित किया गया।
ट्रस्ट के एक सदस्य ने बताया कि श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के परकोटे में बन रहे मंदिर में विधि-विधान से पूजा-अर्चना के पश्चात परकोटा के उत्तर-पूर्वी कोण पर बनाए गए शिव मंदिर में शिखर कलश स्थापित किया गया। इसके पहले दुर्गा माता के मंदिर का शिखर स्थापित किया जा चुका है। निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्रा इस बारे में पहले जानकारी दे चुके हैं।
राम मंदिर के परकोटे में भगवान शिव, दुर्गा, सूर्य आदि के मंदिर बनाए जा रहे हैं। राम मंदिर की परिक्रमा अथवा दर्शन के दौरान इन मंदिरों में दर्शन किए जा सकेंगे। इसे पंचायतन मंदिर भी कहा जाता है।
नृपेंद्र मिश्रा ने बताया था कि संग्रहालय का कार्य आगे बढ़ाया जा रहा है। मई में कम से कम पांच गैलरी का काम पूर्ण हो जाएगा। श्रद्धालुओं को वहां जाने की सुविधा मिल जाएगी। सप्त मंदिर के बीच में पुष्करणी यानी जल ताल बनकर तैयार हो गया है। आश्चर्य की बात यह रही कि जब उसका निरीक्षण करने लोग गए तो बंदरों का एक दल उसमें स्नान कर रहा था।
उन्होंने बताया कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का काम 99 प्रतिशत पूरा हो चुका है। प्रथम तल, द्वितीय तल और भूतल सब पूर्ण हो चुका है। प्रथम तल में रामदरबार मई माह में विराजमान हो जाएगा।
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि मंदिर निर्माण प्रगति पर है। प्रथम तल पर राजा राम, परकोटे और सप्तऋषियों के मंदिरों में मूर्तियों की प्रतिष्ठा का कार्य भी शीघ्र शुरू होगा। मंदिर का निर्माण कार्य निर्धारित समय के अनुसार आगे बढ़ रहा है, जिससे भक्तों में उत्साह है।
--आईएएनएस
विकेटी/एकेजे
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