राजस्थान के बारां जिले की अंता विधानसभा सीट पर 2025 में होने वाले उपचुनाव के लिए मंगलवार सुबह 7 बजे मतदान शुरू हो गया। कुल 268 मतदान केंद्रों पर सुबह से ही बड़ी संख्या में मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर रहे हैं। शाम 5 बजे तक 77.17% मतदान हुआ, जबकि दोपहर 3 बजे तक 64.68% मतदान हुआ। शेष बचे समय को देखते हुए अनुमान है कि पिछली बार की तरह इस बार भी रिकॉर्ड मतदान देखने को मिल सकता है। मतदान केंद्रों पर पहली बार मतदान कर रही महिलाओं, बुजुर्गों और युवाओं में उत्साह देखा जा रहा है।
मतदान प्रक्रिया और प्रशासनिक तैयारियाँ
अंता उपचुनाव को शांतिपूर्ण, निष्पक्ष और पारदर्शी ढंग से संपन्न कराने के लिए जिला प्रशासन और निर्वाचन विभाग ने व्यापक तैयारियाँ की हैं। जिला निर्वाचन अधिकारी रोहिताश सिंह तोमर ने बताया कि स्वतंत्र और निष्पक्ष मतदान प्रक्रिया सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए गए हैं। सुरक्षा की दृष्टि से प्रत्येक मतदान केंद्र पर पुलिस बल तैनात किया गया है, जबकि संवेदनशील और अति संवेदनशील मतदान केंद्रों पर CAPF (केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल) की तैनाती सुनिश्चित की गई है। मतदाताओं की सुविधा के लिए प्रत्येक मतदान केंद्र पर रैंप, पेयजल, छाया और व्हीलचेयर की व्यवस्था की गई है। मतदान केंद्रों पर मोबाइल फोन जमा करने के लिए जूट के थैले उपलब्ध कराए गए हैं और मतदाताओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो, इसके लिए दो स्वयंसेवक तैनात किए गए हैं।
चुनावी माहौल में त्रिकोणीय मुकाबला
इस बार अंता उपचुनाव त्रिकोणीय मुकाबला बन गया है। भाजपा ने मोरपाल सुमन को मैदान में उतारा है, जबकि कांग्रेस ने प्रमोद जैन भाया पर भरोसा जताया है। निर्दलीय उम्मीदवार नरेश मीणा को आरएलपी और आम आदमी पार्टी का समर्थन प्राप्त है। तीनों उम्मीदवारों ने प्रचार के अंतिम दिन तक रोड शो, रैलियों और जनसंपर्क के माध्यम से मतदाताओं को आकर्षित करने का हर संभव प्रयास किया।
मतदान से पहले, भाजपा उम्मीदवार मोरपाल सुमन अपने गाँव तिसाया गए, मंदिर में पूजा-अर्चना की और फिर मतदान केंद्र पर वोट डालने गए। प्रचार के दौरान, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, सांसद दुष्यंत सिंह और प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ जैसे भाजपा नेताओं ने प्रचार अभियान का नेतृत्व किया। वहीं, कांग्रेस ने अशोक गहलोत, सचिन पायलट, गोविंद सिंह डोटासरा और टीकाराम जूली जैसे वरिष्ठ नेताओं को मैदान में उतारा।
मतदान केंद्रों पर तकनीकी खराबी और प्रशासनिक सतर्कता
कुछ मतदान केंद्रों पर तकनीकी खराबी की भी सूचना मिली। मांगरोल क्षेत्र के बलुंदा गाँव के मतदान केंद्र 84 पर 184 वोट पड़ने के बाद ईवीएम मशीन में खराबी आ गई, जिसके कारण कुछ देर के लिए मतदान रुका रहा।
इसी तरह, बूथ संख्या 209 पर वीवीपैट मशीन में तकनीकी खराबी के कारण लगभग 20 मिनट तक मतदान रुका रहा। हालाँकि, प्रशासनिक टीमों ने तुरंत नई मशीनें भेजकर मतदान प्रक्रिया फिर से शुरू कर दी।
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