Next Story
Newszop

अपराध पर लगेगा हाईटेक ब्रेक! इस आधुनिक डिवाइस से अपराधियों की धरपकड़ और ट्रैकिंग में मिलेगी मदद

Send Push

नौगांवा क्षेत्र समेत जिले में किसी भी तरह के अपराध में लिप्त आरोपियों को पकड़ने और अपराध से जुड़े साक्ष्य जुटाने में अब पुलिस को पसीना नहीं बहाना पड़ेगा। नए कानून के तहत अब पुलिस के लिए हर गंभीर मामले में डिजिटल साक्ष्य जुटाना आसान हो जाएगा। इसके लिए राज्य अपराध ब्यूरो की ओर से प्रदेश के थानों को हाईटेक डिवाइस मुहैया कराई गई है, जो पुलिस को ई-साक्ष्य जुटाने में मदद करेगी। गौरतलब है कि बढ़ते आपराधिक मामलों के कारण पुलिस संसाधनों की कमी से जूझ रही थी। हत्या, दुष्कर्म, लूट, पॉक्सो एक्ट जैसे गंभीर अपराधों में पुलिस को अपराध स्थल की अनिवार्य वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी के लिए मोबाइल का सहारा लेना पड़ता था। ऐसे में प्रदेश सरकार ने पुलिस को स्मार्टफोन जैसी हाईटेक डिवाइस की सौगात दी है, जो हर मौसम में बखूबी काम करेगी।

डिवाइस करेगी अच्छा प्रदर्शनपुलिस अधिकारियों ने बताया कि ये डिवाइस ऐसे स्मार्टफोन हैं, जो धूल, पानी, गर्मी, झटके और खराब मौसम में भी अच्छा प्रदर्शन करते हैं। पुलिस इसका इस्तेमाल अपराध स्थल पर फोटो, वीडियो रिकॉर्डिंग और साक्ष्य जुटाने में करेगी। इस तकनीक की मदद से अब डिजिटल साक्ष्य जुटाने का काम आसान हो जाएगा। अधिकारियों के अनुसार अलवर जिले के 20 थानों को ये डिवाइस उपलब्ध करा दी गई हैं। अभी तक ऐसे चल रहा था काम : एक जुलाई 2024 से नए कानून के तहत हर गंभीर मामले में डिजिटल साक्ष्य जुटाना अनिवार्य था, लेकिन पुलिस के पास न तो जरूरी डिवाइस थी और न ही स्टोरेज की सुविधा। कई बार पुलिसकर्मियों को अपने निजी मोबाइल से वीडियोग्राफी करनी पड़ती थी। कई बार इंटरनेट और मेमोरी की समस्या के कारण जांच बाधित होती थी। इन समस्याओं और चुनौतियों के बीच उन्हें काम करना पड़ता था।

साक्ष्य जुटाने में मिलेगी आसानी : जिले के 20 थानों में स्मार्टफोन जैसी डिवाइस उपलब्ध करा दी गई है, जिससे पुलिस को घटना स्थल पर साक्ष्य जुटाने में आसानी होगी और ई-एविडेंस एप पर ये साक्ष्य सबमिट करने पर सीधे कोर्ट पहुंच जाएंगे। डॉ. तेजपाल सिंह, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, अलवर।

Loving Newspoint? Download the app now