राजस्थान में प्रशासनिक फेरबदल जारी है। राज्य सरकार ने मंगलवार दोपहर पाँच भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) अधिकारियों के स्थानांतरण और पुनर्नियुक्ति के आदेश जारी किए। गौरतलब है कि इन सभी अधिकारियों को हाल ही में आईपीएस सेवा में पदोन्नत कर राज्य भर के विभिन्न जिलों और विभागों में महत्वपूर्ण ज़िम्मेदारियाँ सौंपी गई हैं। कार्मिक विभाग द्वारा जारी यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू हो गया है। स्थानांतरित किए गए पाँचों अधिकारी 2016 बैच के हैं और अब उन्हें महत्वपूर्ण पद दिए गए हैं।
जानें किसे मिली कौन सी ज़िम्मेदारी
सरकारी आदेश के अनुसार, इन अधिकारियों को उनके अनुभव और क्षमताओं के आधार पर नई पदस्थापनाएँ दी गई हैं:
पीयूष दीक्षित (2016): उन्हें पुलिस अधीक्षक, सुरक्षा, जयपुर नियुक्त किया गया है। यह पद मुख्यमंत्री, राज्यपाल और अन्य अति विशिष्ट व्यक्तियों की सुरक्षा व्यवस्था से जुड़ा एक महत्वपूर्ण पद है।
विष्णु राम (2016): उन्हें पुलिस अधीक्षक-I, सीआईडी सीबी, जयपुर नियुक्त किया गया है। सीआईडी एक पुलिस विभाग है जो गंभीर और जटिल मामलों की जाँच करता है।
पुष्पेंद्र सिंह राठौड़ (2016): उन्हें भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी), जयपुर में पुलिस अधीक्षक-II नियुक्त किया गया है। यह एक अत्यंत संवेदनशील और महत्वपूर्ण पद है, क्योंकि यह विभाग भ्रष्टाचार से संबंधित मामलों की जाँच करता है।
कमल शेखावत (2016): उन्हें पुलिस अधीक्षक, सतर्कता, जयपुर नियुक्त किया गया है। यह विभाग पुलिस विभाग के भीतर अनुशासनात्मक और सतर्कता संबंधी मामलों को देखता है।
अवनीश कुमार शर्मा (2016): उन्हें द्वितीय बटालियन, आरएसी, कोटा का कमांडेंट नियुक्त किया गया है। इस ज़िम्मेदारी में कानून-व्यवस्था बनाए रखना और बटालियन का नेतृत्व करना शामिल है।
सरकार का 'युवा नेतृत्व' पर भरोसा
जयपुर में तीन प्रमुख अधिकारियों की नियुक्ति इस बात का भी संकेत देती है कि सरकार की प्राथमिकता राजधानी में कानून-व्यवस्था और प्रशासनिक दक्षता को मज़बूत करना है। कोटा में कमांडेंट की तैनाती को राज्य के दूसरे प्रमुख शहर में सुरक्षा व्यवस्था को मज़बूत करने की दिशा में एक कदम के रूप में देखा जा रहा है। कुल मिलाकर, ये तबादले प्रशासनिक ज़रूरतों को ध्यान में रखते हुए किए गए हैं, जिनका उद्देश्य पुलिस विभाग के कामकाज को और प्रभावी बनाना है।
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