मध्य प्रदेश कैडर के भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी रवि कुमार सिहाग के दस्तावेजों की जांच होगी। केंद्र सरकार ने सिहाग के आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग प्रमाण पत्र और आय प्रमाण पत्र के संबंध में राजस्थान के मुख्य सचिव से रिपोर्ट मांगी है। केंद्र सरकार का कार्मिक मंत्रालय सिहाग समेत कई आईएएस, आईपीएस और आईआरएस अफसरों की नियुक्ति के समय पेश किए गए दस्तावेजों की जांच कर रहा है।
इनमें से कुछ मामले राजस्थान से भी जुड़े हैं। सूत्रों से जानकारी मिली है कि सिहाग का मामला भी इनमें शामिल है। गौरतलब है कि केंद्र सरकार के कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग (डीओपीटी) ने राजस्थान सरकार से भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के एक अधिकारी द्वारा पेश किए गए आय एवं संपत्ति (आईएंडए) प्रमाण पत्र की सत्यता की जांच करने को कहा है। जिसका उपयोग उन्होंने 2021 में सिविल सेवा परीक्षा में आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (ईडब्ल्यूएस) कोटा का लाभ उठाने के लिए किया।
श्रीगंगानगर के रहने वाले हैं आईएएस सिहाग
राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले के रहने वाले आईएएस रवि कुमार सिहाग का जन्म 2 नवंबर 1995 को हुआ था। उनके पिता रामकुमार सिहाग किसान हैं और मां विमला देवी गृहिणी हैं। आईएएस अधिकारी रवि कुमार सिहाग तीन बहनों में इकलौते भाई हैं। उन्होंने यूपीएससी परीक्षा के लिए 4 प्रयास दिए थे, जिसमें से उन्हें 3 में सफलता मिली। वर्ष 2018 में उन्हें पहले प्रयास में 337वीं रैंक और भारतीय रक्षा लेखा सेवा (आईडीएएस) कैडर मिला और वर्ष 2019 में उन्हें दूसरे प्रयास में 317वीं रैंक और भारतीय रेलवे यातायात सेवा (आईआरटीएस) कैडर मिला। वर्ष 2020 में तीसरे प्रयास में वे मुख्य परीक्षा भी पास नहीं कर पाए।
चौथे प्रयास में हासिल की 18वीं रैंक
आखिरकार, साल 2021 में उन्होंने चौथे प्रयास में 18वीं रैंक हासिल की। रवि कुमार सिहाग हिंदी माध्यम के उम्मीदवार थे और उन्हें 18वीं रैंक मिली। इसके अनुसार, रवि कुमार सिहाग यूपीएससी परीक्षा 2021 में हिंदी माध्यम के टॉपर थे।