NZ vs ZIM 2nd Test Day 1 Highlights: बुलावायो के क्वींस स्पोर्ट्स क्लब में खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच के पहले दिन एक बार फिर न्यूज़ीलैंड ने पहले टेस्ट की तरह ज़िम्बाब्वे पर अपना पूरी तरह दबदबा कायम रखा। तेज़ गेंदबाज़ मैट हेनरी और डेब्यूटेंट ज़ैकरी फॉल्क्स की घातक गेंदबाज़ी के दम पर ज़िम्बाब्वे की पहली पारी महज़ 125 रन पर सिमट गई।
गुरुवार, 7 अगस्त से शुरू हुए इस दूसरे और आखिरी टेस्ट मैच में ज़िम्बाब्वे ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी का फैसला किया, लेकिन यह उनके पक्ष में साबित नहीं हुआ। टीम की ओर से लंबे समय बाद टेस्ट में वापसी कर रहे पूर्व कप्तान ब्रेंडन टेलर ने सर्वाधिक 44 रन बनाए, लेकिन उन्हें दूसरे छोर से कोई खास समर्थन नहीं मिला और वे पांचवें विकेट के रूप में आउट हुए।
इसके बाद विकेटकीपर बल्लेबाज़ तफदज़वा त्सिगा ने ज़रूर नाबाद 33 रन की जुझारू पारी खेली, लेकिन पूरी टीम सिर्फ 125 रन के मामूली स्कोर पर ढेर हो गई। ब्रेंडन टेलर (44) और तफदज़वा त्सिगा (33*) को छोड़कर कोई भी बल्लेबाज़ दहाई का आंकड़ा पार नहीं कर सका।
न्यूज़ीलैंड के लिए मैट हेनरी ने एक बार फिर शानदार गेंदबाज़ी करते हुए 5 विकेट झटके, जबकि ज़ैकरी फॉल्क्स ने 4 विकेट लेकर ज़िम्बाब्वे की बल्लेबाज़ी की कमर तोड़ दी।
इसके जवाब में न्यूज़ीलैंड ने शानदार बल्लेबाज़ी का प्रदर्शन करते हुए स्टंप्स तक 1 विकेट के नुकसान पर 174 रन बना लिए और 49 रन की बढ़त भी हासिल कर ली। डेवोन कॉनवे 79* रन बनाकर नाबाद रहे, जबकि विल यंग ने 74 रन की अहम पारी खेली। दोनों के बीच पहले विकेट के लिए 162 रन की मजबूत साझेदारी हुई।
ज़िम्बाब्वे की तरफ से पहले दिन ट्रेवर ग्वांडू को विल यंग के रूप में एकमात्र सफलता मिली।
Also Read: LIVE Cricket Scoreकुल मिलाकर, मैच के पहले दिन न्यूज़ीलैंड ने गेंद और बल्ले दोनों से शानदार प्रदर्शन करते हुए मुकाबले पर मज़बूत पकड़ बना ली है। अब देखना यह होगा कि क्या दूसरे दिन ज़िम्बाब्वे के गेंदबाज़ अपनी टीम को मैच में वापसी दिला पाएंगे या नहीं।
You may also like
आलू अर्जुन का मुंबई में परिवार के साथ खास समय
Mickey 17: डिजिटल प्लेटफार्म पर उपलब्ध, जानें कहानी और कास्ट
जैकब एलोर्डी और ओलिविया जेड जियानुल्ली का ब्रेकअप: चार साल का रिश्ता खत्म
राजस्थान: जालोर की सुनीता ने रचा जॉर्जिया में इतिहास, इस प्रतियोगिता में जीता गोल्ड
इतिहास: 83 साल पहले शुरू हुआ था 'भारत छोड़ो आंदोलन', टूटने लगी थीं गुलामी की जंजीरें