टाटा ग्रुप की प्रमुख आईटी कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) के शेयर प्राइस पिछले एक साल से गिरावट के दौर में हैं. भारतीय स्टॉक मार्केट में लिस्टेड कंपनियों में तीसरी सबसे बड़ी कंपनी टीसीएस के शेयर प्राइस निचले स्तर पर बने हुए हैं. Tata Consultancy Services Ltd के शेयर प्राइस गुरुवार को मामूली गिरावट के बाद 3,095.80 रुपए के लेवल पर बंद हुए. कंपनी का मार्केट कैप 11.20 लाख करोड़ रुपए है. पिछले एक साल में यह आईटी स्टॉक 31% की गिरावट में आ चुका है. कंपनी के शेयर प्राइस अब 3000 रुपए के सपोर्ट लेवल से ऊपर की ओर उठने लगे हैं.
कंपनी का काम बड़े पैमाने पर फैला हुआ है और इसके रेवेन्यू के 90% हिस्सा उत्तरी अमेरिका और यूरोप के देशों से आता है. टीसीएस के पास विश्व स्तर पर कई बड़े क्लाइंट हैं, जो विभिन्न सेक्टर जैसे फाइनेंस सर्विस, इंश्योरेंस, रिटेल, हेल्थ, टेलीकॉम से संबंधित हैं.
टीसीएस के पास बड़े क्लाइंटटीसीएस के प्रमुख क्लाइंट्स में ग्लोबल बैंक और फाइनेंशियल इंस्टिट्यूशन जैसे जेपी मॉर्गन चेस, सिटीग्रुप, बैंक ऑफ अमेरिका, एचएसबीसी और बार्कलेज शामिल हैं. ये क्लाइंट्स टीसीएस को बैंकिंग और फाइनेंशियल सर्विस सॉल्यूशन जैसे कोर बैंकिंग सिस्टम, डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन, और ब्लॉकचेन-आधारित प्रोजेक्ट्स के लिए प्रोजेक्ट्स प्रदान करते हैं.
टीसीएस के पास इंश्योरेंस सेक्टर से भी बड़े क्लाइंट हैं, जिनमें एलियांज, एविवा, और प्रूडेंशियल जैसे इंश्योरेंस सेक्टर के दिग्गज टीसीएस के साथ डिजिटल इंश्योरेंस प्लेटफॉर्म, डेटा एनालिटिक्स, और क्लाउड-बेस्ड सॉल्यूशन पर काम करते हैं.
टीसीएस के पास नॉर्थ अमेरिका में रिटेल और कंज़्यूमर सर्विस क्लाइंट भी हैं जिनमें वॉलमार्ट, टेस्को, और मार्क्स एंड स्पेंसर जैसे खुदरा दिग्गज टीसीएस के साथ सप्लाय चेन मैनेजमेंट, ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म, और क्लाइंट एक्सपीरियंस सर्विस पर काम करते हैं.
टीसीएस टेलीकॉम क्लाइंट के साथ भी काम कर रही है, जिसमें वोडाफोन, एटीएंडटी, और बीटी ग्रुप जैसे टेलीकॉम दिग्गज नेटवर्क ऑप्टिमाइजेशन, 5G रोलआउट जैसे नाम शामिल हैं.
टेक फील्ड में टीसीएस माइक्रोसॉफ्ट, गूगल, और आईबीएम जैसी दिग्गज कंपनियों के साथ कुछ प्रोजेक्ट्स में साझेदार है, विशेष रूप से क्लाउड माइग्रेशन और डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन के प्रोजेक्ट में टीसीएस यूएस की दिग्गज आईटी कंपनियों के साथ काम करती है.
यूरोप में भी टीसीएस के पास इंश्योरेंस सेक्टर से एलियांज (जर्मनी) और बार्कलेज (यूके) जैसे क्लाइंट हैं जिन्होंने टीसीएस को कोर बैंकिंग सिस्टम्स के लिए बड़े प्रोजेक्ट्स किए हैं. टीसीएस रोल्स-रॉयस और जगुआर लैंड रोवर (टाटा ग्रुप की सहायक कंपनी) के साथ टीसीएस ने डिजिटल मैन्युफैक्चरिंग और IoT-आधारित समाधानों पर प्रोजेक्ट्स किए हैं.
90% रेवेन्यू विदेश से आता है
टीसीएस का राजस्व मुख्य रूप से विदेशी बाजारों से आता है, क्योंकि यह एक ग्लोबल आईटी सर्विस प्रोवाइडर है. इसमें उत्तरी अमेरिका (लगभग 50-55%) और यूरोप (लगभग 30-35%) का सबसे बड़ा योगदान है. शेष राजस्व एशिया-प्रशांत, लैटिन अमेरिका, और मध्य पूर्व जैसे क्षेत्रों से आता है.
कंपनी का काम बड़े पैमाने पर फैला हुआ है और इसके रेवेन्यू के 90% हिस्सा उत्तरी अमेरिका और यूरोप के देशों से आता है. टीसीएस के पास विश्व स्तर पर कई बड़े क्लाइंट हैं, जो विभिन्न सेक्टर जैसे फाइनेंस सर्विस, इंश्योरेंस, रिटेल, हेल्थ, टेलीकॉम से संबंधित हैं.
टीसीएस के पास बड़े क्लाइंटटीसीएस के प्रमुख क्लाइंट्स में ग्लोबल बैंक और फाइनेंशियल इंस्टिट्यूशन जैसे जेपी मॉर्गन चेस, सिटीग्रुप, बैंक ऑफ अमेरिका, एचएसबीसी और बार्कलेज शामिल हैं. ये क्लाइंट्स टीसीएस को बैंकिंग और फाइनेंशियल सर्विस सॉल्यूशन जैसे कोर बैंकिंग सिस्टम, डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन, और ब्लॉकचेन-आधारित प्रोजेक्ट्स के लिए प्रोजेक्ट्स प्रदान करते हैं.
टीसीएस के पास इंश्योरेंस सेक्टर से भी बड़े क्लाइंट हैं, जिनमें एलियांज, एविवा, और प्रूडेंशियल जैसे इंश्योरेंस सेक्टर के दिग्गज टीसीएस के साथ डिजिटल इंश्योरेंस प्लेटफॉर्म, डेटा एनालिटिक्स, और क्लाउड-बेस्ड सॉल्यूशन पर काम करते हैं.
टीसीएस के पास नॉर्थ अमेरिका में रिटेल और कंज़्यूमर सर्विस क्लाइंट भी हैं जिनमें वॉलमार्ट, टेस्को, और मार्क्स एंड स्पेंसर जैसे खुदरा दिग्गज टीसीएस के साथ सप्लाय चेन मैनेजमेंट, ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म, और क्लाइंट एक्सपीरियंस सर्विस पर काम करते हैं.
टीसीएस टेलीकॉम क्लाइंट के साथ भी काम कर रही है, जिसमें वोडाफोन, एटीएंडटी, और बीटी ग्रुप जैसे टेलीकॉम दिग्गज नेटवर्क ऑप्टिमाइजेशन, 5G रोलआउट जैसे नाम शामिल हैं.
टेक फील्ड में टीसीएस माइक्रोसॉफ्ट, गूगल, और आईबीएम जैसी दिग्गज कंपनियों के साथ कुछ प्रोजेक्ट्स में साझेदार है, विशेष रूप से क्लाउड माइग्रेशन और डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन के प्रोजेक्ट में टीसीएस यूएस की दिग्गज आईटी कंपनियों के साथ काम करती है.
यूरोप में भी टीसीएस के पास इंश्योरेंस सेक्टर से एलियांज (जर्मनी) और बार्कलेज (यूके) जैसे क्लाइंट हैं जिन्होंने टीसीएस को कोर बैंकिंग सिस्टम्स के लिए बड़े प्रोजेक्ट्स किए हैं. टीसीएस रोल्स-रॉयस और जगुआर लैंड रोवर (टाटा ग्रुप की सहायक कंपनी) के साथ टीसीएस ने डिजिटल मैन्युफैक्चरिंग और IoT-आधारित समाधानों पर प्रोजेक्ट्स किए हैं.
90% रेवेन्यू विदेश से आता है
टीसीएस का राजस्व मुख्य रूप से विदेशी बाजारों से आता है, क्योंकि यह एक ग्लोबल आईटी सर्विस प्रोवाइडर है. इसमें उत्तरी अमेरिका (लगभग 50-55%) और यूरोप (लगभग 30-35%) का सबसे बड़ा योगदान है. शेष राजस्व एशिया-प्रशांत, लैटिन अमेरिका, और मध्य पूर्व जैसे क्षेत्रों से आता है.
You may also like
मणिपुर में एनएच-2 खोलने के लिए केंद्र सरकार से समझौता
पति के मरने` के बाद बहुत खुश थी पत्नी पुलिस को हुआ शक पकड़ा तो बोली- हां मैंने ही उसे मरवाया बताई ऐसी वजह
अनुपम खेर ने पिता की मृत्यु पर मनाया जश्न, जानिए क्यों
Hridayapoorvam: मोहनलाल की फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर मचाई धूम
इन कामों को` करने से रूठ जाती हैं मां लक्ष्मी फिर लाख कोशिशों के बाद भी नहीं आती बरकत