हम सभी का कभी न कभी सांपों से पाला जरूर पड़ा होगा। किसी के घर में सिर्फ़ साधारण सांप निकल आए तो पूरे घर में अफरा-तफ़री का माहौल बना जाता है। अब सोचिए कि अगर कोबरा जैसा खतरनाक सांप निकल आएं तो क्या होगा। जी हां स्थिति बहुत भयानक हो जाएगी, लेकिन ऐसा ही कुछ हुआ है सुबह-सुबह टॉयलेट गए एक व्यक्ति के साथ। राजस्थान के पुष्कर के समीपवर्ती गांव बासेली गांव में ऐसा ही देखने को मिला। जैसे ही घर का एक सदस्य फ्रेश होने के लिए बाथरूम गया तो टॉयलेट सीट में से से काला कोबरा निकल आया और उस शख्स के होश उड़ गए।
बता दें कि टॉयलेट सीट में कोबरा को बैठा देखकर घर के लोग भौचक्के रह गए। हर किसी के हाथ पैर फूल गए। फिर इस मामले की सूचना स्थानीय पुलिस को दी गई और कोबरा को रेस्क्यू किया गया फिर घर के लोगों ने राहत की सांस ली। सांप को पकड़कर सुरक्षित जंगल में छोड़ दिया गया। यही नहीं, इस टीम ने एक स्पेक्टिकल कोबरा को किचन से रेस्क्यू किया। इसी मामले में स्नेक रेस्क्यू करने वाले राजेंद्र बचाने ने बताया कि, “जैसे ही उन्हें सूचना मिली की बाथरूम और किचन में कोबरा और इस स्पेक्टिकल सांप घुसे हुए हैं। तुरंत ही मौके पर पहुंचकर टीम ने दोनों सांपों को पकड़ा और दूर के जंगल में उसे छोड़ दिया।”
वहीं पुलिस मित्र व रेस्क्यू टीम के प्रभारी अमित भट्ट ने बताया कि, “टीम को सूचना मिलने पर पुष्कर थानाधिकारी राजेश मीणा के निर्देश से ग्राम बांसेली में स्थित मकान के टॉयलेट सीट में एक कोबरा छुपा हुआ था। सांप का रेस्क्यू कर लिया गया इस कोबरा की लंबाई करीब सात से आठ फिट थी। इसके अलावा सर्वेश्वर कॉलोनी में किचन के अंदर छुपा मिला उसे भी पकड़कर जंगल में छोड़ दिया गया।”
बता दें इस तरीक़े से रिहायशी इलाक़े में कोबरा जैसे सांप के निकलने से भय का माहौल बना हुआ है। लोगों का कहना है कि इस तरीक़े के सांप रिहायशी इलाक़े में निकलना आने वाले समय में बड़ी अनहोनी का कारण बन सकता है। जिससे बचने के लिए कोई न कोई तरीका वन विभाग को निकालना चाहिए। जानकारी के लिए बता दें कि बरसात के सीज़न में सांप सुरक्षित स्थान की तलाश के लिए रिहायशी क्षेत्रों में पहुँच जाते हैं। जो कई बार बड़ी मुसीबत भी खड़ें करते हैं। मालूम हो कि बीते दिनों ही आगरा के एक घर से टॉयलेट में फ्लश पर “चेकर्ड कीलब्लैक” सांप बैठा मिला था। वही बात कोबरा की करें तो यह ज़हरीले सांपों में से एक होता है। जिससे बचकर रहने में ही भलाई होती है।
You may also like

गंगा में डूबे चंडीगढ़ के युवक का शव बरामद

दिल्लीः 78 फीसदी लोगों को प्रदूषण और GRAP को लेकर सरकारी सिस्टम पर भरोसा नहीं, सर्वे में खुलासा

दक्षिण कोरिया का नया कार्बन कटौती लक्ष्य : कंपनियों को पहले चुनौती, बाद में बड़ा लाभ मिलेगा

मॉरीशस स्थित FII के हिस्सेदारी खरीदते ही इस मल्टीबैगर स्टॉक में लगा अपर सर्किट, बोनस शेयर और डिविडेंड भी देने वाली है कंपनी

निठारी हत्याकांड में सुरेंद्र कोली को सुप्रीम कोर्ट से बड़ी राहत





