मुंबई, 19 मई . रेलवे के लिए वैगन और उपकरण बनाने वाली कंपनी जुपिटर वैगन्स ने सोमवार को चौथी तिमाही के नतीजे पेश किए. जनवरी-मार्च अवधि में कंपनी का मुनाफा 1.9 प्रतिशत घटकर 103 करोड़ रुपए हो गया है, जो कि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 105 करोड़ रुपए था.
कंपनी ने स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग में बताया कि वित्त वर्ष 25 की चौथी तिमाही में कर से पहले मुनाफा सालाना आधार पर 8.26 प्रतिशत कम होकर 127.47 करोड़ रुपए हो गया है, जो कि पिछले साल समान अवधि में 138.95 करोड़ रुपए पर था.
वित्त वर्ष 25 की मार्च तिमाही में कंपनी की कंसोलिडेटेड आय सालाना आधार पर 6.2 प्रतिशत कम होकर 1,057 करोड़ रुपए हो गई है, जो कि वित्त वर्ष 24 की चौथी तिमाही में 1,127 करोड़ रुपए थी.
जनवरी-मार्च अवधि में कंपनी की ऑपरेशंस से आय 6.4 प्रतिशत कम होकर 1,044.54 करोड़ रुपए हो गई है, जो कि पिछले वर्ष समान अवधि में 1,115.41 करोड़ रुपए थी.
वित्त वर्ष 25 की चौथी तिमाही में कंपनी का खर्च घटकर 923.34 करोड़ रुपए हो गया है, जो कि वित्त वर्ष 24 की चौथी तिमाही के 986.41 करोड़ रुपए से 6.4 प्रतिशत कम है.
वित्त वर्ष 25 की मार्च तिमाही में कंपनी का ईबीआईटीडीए बढ़कर 153 करोड़ रुपए हो गया है, जो कि इससे पहले के वित्त वर्ष की मार्च तिमाही में 147 करोड़ रुपए था. कंपनी का ईबीआईटीडीए मार्जिन बढ़कर 14.6 प्रतिशत हो गया है, जो कि पहले 13.2 प्रतिशत था.
सोमवार को नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) पर जुपिटर वैगन्स लिमिटेड के शेयर 13.1 रुपए या 3.1 प्रतिशत की गिरावट के साथ 408.95 रुपए पर बंद हुए.
कंपनी के प्रबंध निदेशक विवेक लोहिया ने वित्त वर्ष 25 को जुपिटर वैगन्स के लिए एक परिवर्तनकारी वर्ष बताया.
उन्होंने व्हीलसेट के लिए ब्रेथवेट के साथ प्रमुख एग्रीमेंट सहित कई रणनीतिक जीत के बारे में बताया.
लोहिया ने कहा, “कंपनी ने 215 करोड़ रुपए से अधिक के ब्रेक सिस्टम एग्रीमेंट भी हासिल किए हैं.”
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एबीएस/
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