Mumbai , 10 अक्टूबर . भारतीय क्रिकेट टीम से बाहर चल रहे अनुभवी ऑलराउंडर शार्दुल ठाकुर की कप्तानी में Mumbai क्रिकेट संघ ने आगामी रणजी सीजन के लिए Mumbai की 16 सदस्यीय टीम की घोषणा की है. इस टीम में अनुभवी अजिंक्य रहाणे और घरेलू क्रिकेट में रन मशीन के रूप में पहचान बनाने वाले सरफराज खान शामिल हैं. रहाणे के कप्तानी से इस्तीफा देने के बाद शार्दुल को कप्तान बनाया गया था.
Mumbai की टीम में युवा मुशीर खान, आयुष म्हात्रे के साथ ही ऑलराउंडर शिवम दुबे को भी जगह दी गई है. टीम में श्रेयस अय्यर नहीं हैं. श्रेयस ने लंबे फॉर्मेट से कुछ समय के लिए ब्रेक लिया है. सूर्यकुमार यादव भी टीम का हिस्सा नहीं हैं. लंबे समय तक Mumbai का हिस्सा रहे पृथ्वी शॉ आगामी सीजन में Maharashtra की तरफ से खेलते हुए नजर आएंगे. शॉ को पिछले सीजन टीम में जगह नहीं दी गई थी जिसके बाद उन्होंने टीम से अलग होने का फैसला किया था.
कई बड़े खिलाड़ियों की गैरमौजूदगी के बावजूद Mumbai की टीम में युवा, अनुभवी खिलाड़ियों का अच्छा मिश्रण है. शार्दुल ठाकुर के पास बतौर कप्तान अपनी क्षमता साबित करने का बेहतरीन अवसर है. शार्दुल गेंदबाज के साथ-साथ बल्लेबाज के रूप में भी लंबे फॉर्मेट में अच्छा प्रदर्शन करते हैं. अगर रणजी ट्रॉफी में शार्दुल एक खिलाड़ी के तौर पर भी उम्दा प्रदर्शन करते हैं, तो भारतीय टीम में उनकी वापसी की संभावना बन सकती है.
42 बार की रणजी चैंपियन Mumbai अपने अभियान की शुरुआत 15 अक्टूबर से श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर स्टेडियम में जम्मू और कश्मीर के खिलाफ करेगी. एलीट ग्रुप डी में शामिल Mumbai लीग चरण में Himachal Pradesh, दिल्ली, हैदराबाद, Rajasthan , छत्तीसगढ़ और पुडुचेरी से भिड़ेगी.
Mumbai टीम
शार्दुल ठाकुर (कप्तान), आयुष म्हात्रे, आकाश आनंद (विकेटकीपर), हार्दिक तमोरे (विकेटकीपर), सिद्धेश लाड, अजिंक्य रहाणे, सरफराज खान, शिवम दुबे, शम्स मुलानी, तनुष कोटियन, तुषार देशपांडे, सिल्वेस्टर डिसूजा, इरफान उमैर, मुशीर खान, अखिल हेरवाडकर, रॉयस्टन डायस.
–
पीएके
You may also like
Rajasthan weather update: प्रदेश में बदल गया है मौसम, 7 डिग्री तक गिर सकता है तापमान
बाबा रामदेव ने बताया खून बढ़ाने का देसी` नुस्खा, बुलेट की स्पीड से 7 दिन में 7 से 14 हो जाएगा हीमोग्लोबिन
Kantara Chapter 1: बॉक्स ऑफिस पर 500 करोड़ का आंकड़ा पार
अमिताभ बच्चन का 83वां जन्मदिन और 'Kantara Chapter 1' की सफलता
अंतिम संस्कार बना तमाशा: चिता जलाने ही वाले` थे पर धुआं उठते ही भाग खड़ा हुआ मुर्दा. रिश्तेदारों की फटी की फटी रह गईं आंखें