रोम, 8 मई . अमेरिकी पादरी रॉबर्ट फ्रांसिस प्रीवोस्ट को गुरुवार को नया पोप चुना गया.
शिकागो में जन्मे 69 वर्षीय प्रीवोस्ट, ऑगस्टिनियन ऑर्डर के सदस्य थे और जिन्होंने पेरू में बड़े पैमाने पर सेवा की थी. वह साल 2023 से बिशप के लिए डिकास्टरी के प्रीफेक्ट और लैटिन अमेरिका के लिए पोंटिफिकल कमीशन के अध्यक्ष थे. उन्हें पोप फ्रांसिस द्वारा पदों पर नियुक्त किया गया था, जिन्होंने उन्हें कार्डिनल के रूप में पदोन्नत किया था.
वह लियो XIV का पोंटिफिकल नाम लेंगे.
गौरतलब है कि अर्जेंटीना में जन्मे पोप फ्रांसिस के बाद वह अमेरिका से दूसरे लगातार पोप हैं.
यह जानने के लिए उत्सुकता थी कि नया पोप कौन होगा, क्योंकि शाम को सेंट पीटर स्क्वायर के ऊपर चिमनी से ट्रेडमार्क सफेद धुआं निकल रहा था, जो यह दर्शाता था कि कार्डिनल्स के सम्मेलन ने पोप फ्रांसिस के उत्तराधिकारी का चयन कर लिया है, जिनका पिछले महीने निधन हो गया था.
निर्णय की प्रतीक्षा कर रहे पादरी और आम लोगों के बीच खुशी की लहर दौड़ गई, और सभी की निगाहें बालकनी पर थीं जो रोमन कैथोलिक चर्च के नए प्रमुख की पहली उपस्थिति की प्रतीक्षा कर रही थीं.
बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, इटली भाषा में जयकार कर रही भीड़ को संबोधित करते हुए नए पोप ने कहा, “आप सभी के लिए शांति हो. भाइयों और बहनों, यह पुनर्जीवित मसीह का पहला अभिवादन है. मैं आपके परिवारों, आप सभी को, चाहे आप कहीं भी हों, शांति का अभिवादन देना चाहता हूं. आपको शांति प्राप्त हो.”
सिस्टिन चैपल में आयोजित इस सम्मेलन में शामिल 133 कार्डिनल आज सुबह अनिर्णीत मतदान के बाद लंच ब्रेक के बाद फिर से एकत्र हुए थे. नए पोप के लिए दो-तिहाई बहुमत की आवश्यकता होती है – जिसका अर्थ है इस सम्मेलन में 89 मत.
बीबीसी के अनुसार, पिछले कुछ सम्मेलनों में पोप चुनने में औसत तीन दिन का समय लगा और सात बार मतदान हुए.
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एससीएच/एकेजे
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