संयुक्त राष्ट्र, 1 नवंबर . सूडान के उत्तर दारफूर राज्य की स्थिति राजधानी एल फशेर के पतन के बाद बहुत ही गंभीर स्थिति बनी हुई है. संयुक्त राष्ट्र के मानवीय संगठनों के अनुसार, वहां आम नागरिकों पर हमले जारी हैं.
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, संयुक्त राष्ट्र के मानवीय मामलों के समन्वय कार्यालय (ओसीएचए) ने बताया कि लोग अब भी एल फशेर से भागकर 40 किलोमीटर दूर स्थित ताविला शहर की ओर जा रहे हैं, लेकिन एल फशेर तक मानवीय मदद पहुंच नहीं पा रही है.
ओसीएचए ने कहा कि ताविला में संयुक्त राष्ट्र और स्थानीय टीमें नए आए लोगों का पंजीकरण कर रही हैं ताकि उन्हें आपातकालीन सहायता दी जा सके, लेकिन वहां भी कई जरूरी चीजों की भारी कमी है, जैसे रहने के लिए टेंट, दवाइयां, ज़ख्मों के इलाज की सामग्री, भोजन और मानसिक सपोर्ट.
अंतरराष्ट्रीय प्रवासन संगठन (आईओएम) के अनुसार, 26 से 29 अक्टूबर के बीच एल फ़ाशिर और उसके आसपास के इलाकों से कम से कम 62,000 लोग अपना घर छोड़ने को मजबूर हुए हैं. रास्तों में असुरक्षा की वजह से लोगों का आना-जाना भी मुश्किल हो गया है.
ओसीएचए ने कहा कि उत्तरी कोर्डोफन राज्य में मानवीय स्थिति भी चिंताजनक बनी हुई है. आईओएम के अनुमान के अनुसार, राज्य की राजधानी एल ओबैद के उत्तर में स्थित बारा शहर से इस सप्ताह अब तक लगभग 36,000 लोग विस्थापित हुए हैं.
कार्यालय ने कहा कि स्थानीय स्रोत विस्थापित नागरिकों के अपहरण और जबरन वसूली की बेहद चिंताजनक खबरें साझा कर रहे हैं.
ओसीएचए ने एक बार फिर सूडान के लिए नए और लचीले फंड की अपील की है, क्योंकि सूडान के लिए बनाए गए 4.2 अरब डॉलर के राहत योजना में से अब तक एक तिहाई से भी कम राशि जुटी है.
बता दें कि सूडान में जारी सिविल वॉर की वजह से वहां रहने वाले लोगों की जिंदगी पूरी तरह से तबाह हो गई है. लोग भूखमरी और हिंसा के शिकार हो रहे हैं.
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एएस/
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