रूस और यूक्रेन के बीच संभावित शांति वार्ता से पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की की मुलाकात में एक नक्शा चर्चा का सबसे बड़ा विषय बन गया। व्हाइट हाउस (ओवल ऑफिस) में हुई इस बातचीत में उस नक्शे को लेकर लंबी चर्चा चली, जिसमें रूस द्वारा कब्जाए गए यूक्रेन के हिस्सों को दिखाया गया था।
नक्शे के प्रतिशत पर जेलेंस्की की आपत्तिजेलेंस्की ने बताया कि नक्शे में दिखाए गए कब्ज़े वाले प्रतिशत को लेकर उन्होंने आपत्ति जताई। उन्होंने कहा, “यह कहना संभव नहीं है कि इस बार इतना क्षेत्र कब्ज़ा कर लिया गया है। ये बिंदु महत्वपूर्ण हैं।” हालांकि इस मुद्दे पर दोनों नेताओं के बीच बातचीत गंभीरता और गर्मजोशी के साथ आगे बढ़ी। बाद में जब जेलेंस्की ने ट्रंप और अन्य यूरोपीय नेताओं से मुलाकात की, तब भी उन्होंने नक्शे का जिक्र किया। हल्के-फुल्के अंदाज में उन्होंने मजाक किया, “मैं सोच रहा हूँ, इसे वापस कैसे लिया जाए।” इस पर ट्रंप ने हंसते हुए जवाब दिया, “हम तुम्हें एक नया नक्शा दे देंगे।”
रूस-यूक्रेन युद्ध खत्म होने की कगार पर! जेलेंस्की संग बैठक के बाद ट्रंप ने दिलाया शांति समझौते का भरोसा शांति वार्ता की सबसे बड़ी अड़चन – कब्जाए गए इलाकेअसल सवाल यह है कि रूस ने यूक्रेन के किन हिस्सों पर कब्जा बनाए रखना है और किन हिस्सों पर भविष्य में उसका नियंत्रण रहेगा। यही शांति वार्ता की सबसे बड़ी चुनौती है। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि रूस चाहता है कि यूक्रेन, पूर्वी इलाक़े डोनबास को छोड़ दे और इसके बदले युद्धविराम हो। लेकिन जेलेंस्की फिलहाल इसके लिए तैयार नहीं हैं।
ट्रंप ने सोशल मीडिया मंच ट्रुथ सोशल पर लिखा कि अगर जेलेंस्की कुछ शर्तें मान लेते हैं, तो युद्ध “तुरंत खत्म” हो सकता है। इन शर्तों में से एक यह भी है कि 2014 में रूस द्वारा कब्जाए गए क्रीमिया प्रांत को वापस लेने की कोशिश न की जाए।
गौरतलब है कि अमेरिका और पश्चिमी देशों ने कभी क्रीमिया को रूस का हिस्सा स्वीकार नहीं किया है, लेकिन ट्रंप के इस बयान से संकेत मिलता है कि शांति समझौते में यह मुद्दा अहम रहने वाला है। नाटो प्रमुख मार्क रुट ने स्पष्ट किया कि यूरोपीय नेताओं ने यूक्रेन की सीमाओं को बदलने पर कोई चर्चा नहीं की। उन्होंने कहा, “यह फैसला केवल यूक्रेन के राष्ट्रपति का होगा। अगर आगे वार्ता बढ़ती है तो इसे पुतिन के साथ त्रिपक्षीय बैठक में उठाया जा सकता है।” रुट ने यह भी कहा कि किसी भी सीमा या इलाके पर चर्चा तभी होगी, जब सुरक्षा गारंटी तय हो जाए।
इस बीच जर्मनी के चांसलर फ्रेडरिक मर्ज़ ने जानकारी दी कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप से फोन पर बात करते हुए अगले दो हफ्तों में जेलेंस्की से मिलने की सहमति दे दी है। हालांकि यह बैठक कहां होगी, इसका अभी निर्णय नहीं हुआ है।
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