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चाय-पराठा बना सकता है बीमार! स्वाद से पहले जानिए इसके नुकसान

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भारत के हर कोने में सुबह की शुरुआत अक्सर एक कप गर्म चाय और गरमागरम पराठे के साथ होती है। चाहे ऑफिस जाने की जल्दी हो या वीकेंड की छुट्टी — “चाय-पराठा” एक आम और प्रिय नाश्ता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह लाजवाब कॉम्बिनेशन आपकी सेहत के लिए धीमे ज़हर की तरह काम कर सकता है?

हेल्थ एक्सपर्ट्स और न्यूट्रिशनिस्ट्स की मानें तो यह जोड़ी पेट भरने के लिए तो अच्छी है, लेकिन स्वास्थ्य के लिहाज से नहीं। खासतौर पर जब इसे रोज़ाना खाया जाए या दिन की शुरुआत इसी से की जाए, तो यह कई गंभीर बीमारियों की जड़ बन सकता है।

चाय-पराठा क्यों है सेहत के लिए हानिकारक?
खाली पेट चाय: एसिडिटी का कारण

सुबह खाली पेट चाय पीने से एसिड का स्तर बढ़ता है, जिससे पेट में जलन, गैस और अपच जैसी समस्याएं हो सकती हैं। चाय में मौजूद कैफीन शरीर को डिहाइड्रेट करता है और मेटाबॉलिज्म को बिगाड़ सकता है।

पराठा: तला हुआ फैट और कार्ब का बम

आलू, गोभी या सादी मैदे/गेहूं से बने पराठे जब ढेर सारा तेल या घी लेकर तलते हैं, तो वे ट्रांस-फैट और अनहेल्दी कैलोरी का भंडार बन जाते हैं। यह वजन बढ़ाने, कोलेस्ट्रॉल बढ़ने और दिल की बीमारियों का खतरा पैदा करता है।

कम पोषण, ज्यादा कैलोरी

चाय-पराठे में प्रोटीन, फाइबर और जरूरी विटामिन्स की भारी कमी होती है। ये शरीर को लंबे समय तक ऊर्जा नहीं दे पाते, और कुछ ही घंटों में फिर से भूख लगती है।

ब्लड शुगर और इंसुलिन पर असर

तेलयुक्त पराठा और मीठी चाय मिलकर ब्लड शुगर को असंतुलित कर सकते हैं, खासकर डायबिटीज के मरीजों के लिए यह संयोजन जोखिम भरा साबित हो सकता है।

एक्सपर्ट्स की सलाह क्या कहती है?

डॉ. कहती हैं:
“चाय-पराठा कभी-कभी ठीक है, लेकिन इसे रोज़ाना नाश्ते का हिस्सा बनाना सेहत के साथ समझौता करना है। इसके बजाय प्रोटीन और फाइबर युक्त संतुलित नाश्ता ज़रूरी है।”

हेल्दी विकल्प क्या हो सकते हैं?

चाय की जगह गुनगुना नींबू पानी, हर्बल चाय या नारियल पानी

पराठे की जगह ओट्स, पोहा, उपमा, मूंग दाल चीला या उबले अंडे

खाने में फल, नट्स और अंकुरित अनाज शामिल करें

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