आयुर्वेद में कई ऐसे पौधे हैं, जिन्हें प्रकृति ने हमें सेहत का खजाना बनाकर दिया है। इन्हीं में से एक है Moringa, जिसे हिंदी में ‘सहजन’ कहा जाता है। सहजन के पत्ते लंबे समय से आयुर्वेदिक चिकित्सा में उपयोग किए जाते रहे हैं। इनमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन और मिनरल्स शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता (Immunity) बढ़ाने से लेकर कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं में राहत देने का काम करते हैं।
विशेषज्ञों के अनुसार, सहजन की पत्तियां न केवल इम्युनिटी बूस्टर हैं, बल्कि यह डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर और पाचन संबंधी समस्याओं में भी बेहद प्रभावशाली होती हैं। आइए जानें Moringa के पत्तों से होने वाले 3 प्रमुख स्वास्थ्य लाभ, और जानें इसे सेवन करने का सही तरीका।
1. इम्यूनिटी को करता है मजबूत
सहजन की पत्तियों में भरपूर मात्रा में विटामिन C, आयरन, और एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं, जो शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को सशक्त बनाने में सहायक होते हैं। बदलते मौसम या वायरल संक्रमण के समय Moringa के पत्तों का सेवन शरीर को रोगों से लड़ने की शक्ति प्रदान करता है।
कैसे करें सेवन:
आप इन पत्तियों को सुखाकर पाउडर के रूप में पानी या दूध के साथ ले सकते हैं। चाहें तो सुबह खाली पेट काढ़ा बनाकर पीना भी फायदेमंद है।
2. ब्लड शुगर लेवल को करता है कंट्रोल
डायबिटीज से पीड़ित लोगों के लिए सहजन की पत्तियां किसी प्राकृतिक दवा से कम नहीं हैं। इनमें मौजूद कंपाउंड्स शरीर में इंसुलिन के प्रभाव को बेहतर बनाते हैं और ब्लड शुगर लेवल को संतुलित रखने में मदद करते हैं।
कैसे करें सेवन:
सहजन की पत्तियों की सब्जी बनाकर खाने से भी लाभ होता है। साथ ही, एक चुटकी सुखी पत्तियों का पाउडर सुबह गर्म पानी के साथ लिया जा सकता है।
3. पाचन क्रिया को करता है दुरुस्त
भोजन का ठीक से पचना और पोषक तत्वों का अवशोषण शरीर के लिए जरूरी होता है। सहजन की पत्तियों में फाइबर की उच्च मात्रा होती है, जो कब्ज, गैस और एसिडिटी जैसी समस्याओं में राहत देती है।
कैसे करें सेवन:
इन पत्तियों को उबालकर या हल्का भूनकर खाने से पाचन संबंधित समस्याएं दूर होती हैं। नियमित सेवन से पेट संबंधी दिक्कतों में सुधार देखने को मिलता है।
कब और कैसे करें सेवन?
सुबह खाली पेट: पत्तियों का काढ़ा या पाउडर गर्म पानी के साथ लें।
दोपहर में भोजन के साथ: सहजन की पत्तियों की सब्जी या सूप शामिल करें।
सप्ताह में 3-4 बार: नियमित लेकिन सीमित मात्रा में सेवन करें।
हालांकि Moringa के पत्ते प्राकृतिक हैं, लेकिन किसी भी आयुर्वेदिक उपाय को अपनाने से पहले डॉक्टर या आयुर्वेद विशेषज्ञ की सलाह लेना उचित होता है, खासकर यदि आप किसी गंभीर बीमारी या दवा का सेवन कर रहे हों।
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