श्रीनगर/नई दिल्ली: पहलगाम में हुए आतंकी हमले के कुछ घंटे बाद सुरक्षा बलों ने कॉम्बिंग ऑपरेशन (तलाशी) अभियान शुरू कर दिया था जो तब से दिन-रात जारी है। भारतीय सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस और सीआरपीएफ मिलकर यह ऑपरेशन चला रहे हैं। बैसारन वैली से आतंकियों के भागने के टाइम के हिसाब से सुरक्षा बलों ने एरिया की घेराबंदी की है और जंगलों के साथ ही आबादी के बीच में भी तलाशी अभियान चल रहा है। कश्मीर में जहां आतंकियों की तलाश की जा रही है वहीं जम्मू में भी आतंकियों पर शिकंजा कसना तेज हुआ है। गुरुवार को उधमपुर में आतंकियों के साथ मुठभेड़ में भारतीय सेना का एक जवान शहीद हुआ। अनुमान लगाकर कॉम्बिंग ऑपरेशन शुरूएक अधिकारी ने बताया कि बैसारन वैली जहां पर आतंकियों ने टूरिस्टों को निशाना बनाया वह पहलगाम से 2 किलोमीटर दूर है। वहां एनिमल ट्रांसपोर्ट के जरिए ही पहुंचा जा सकता है। पहलगाम में पुलिस की पोस्ट है और यहां से करीब 2 किलोमीटर दूर पहलगाम के नॉर्थ-वेस्ट साइड सीआरपीएफ का बटालियन हेडक्वॉर्टर और एक कंपनी है। भारतीय सेना का सीओबी (कंपनी ऑपरेटिंग बेस) यहां से करीब 5 किलोमीटर लेडरू में है। हमले के बाद आतंकवादी किन किन रास्तों से भाग सकते हैं, इसका अनुमान लगाकर कॉम्बिंग ऑपरेशन शुरू किया गया। एक बहुत बड़े एरिया में यह अभियान चलाया जा रहा है क्योंकि इसका अंदाजा नहीं है कि आतंकी कैसे और किस तरफ भागे। घने जंगलों से लेकर आबादी के बीच भी तलाशीएक अधिकारी ने बताया कि सभी सुरक्षा एजेंसियों के पास जंगल का मैप होता है क्योंकि वक्त वक्त पर एरिया के बारे में जानकारी ताजा करने के लिए पेट्रोलिंग करते रहते हैं। इस दौरान देखा जाता है कि जंगल में कोई नया रास्ता बना है और कहां पर कैसे बना है। सारे संभावित एग्जिट रूट को ब्लॉक किया गया है। कॉम्बिंग एरिया में जहां जहां आबादी है वहां भी जॉइंट टीम तलाशी ले रही है और एरिया को सेनेटाइज करते हुए आगे बढ़ रहे हैं। लोगो से बातचीत कर जानकारी लेने की कोशिश भी की जा रही है। खोजी कुत्ते, ड्रोन, हेलिकॉप्टर की भी मदद ली जा रही है। एक कंट्रोल सेंटर बनाया गया है जिसमें अलग अलग टीम को मिलने वाली जानकारी और हर अपडेट आ रहा है। अलग अलग कई टीम बनाई गई हैं। एक टीम में कम से कम 10 लोग शामिल हैं और वे इस तरह मूव कर रहे हैं कि एक दूसरे की नजर में भी रहें। जम्मू में भी शिकंजा कसाभारतीय सेना एलओसी पर भी अलर्ट है और जम्मू में भी आतंकियों का तलाशी अभियान तेज किया है। गुरुवार को स्पेसिफिक इनपुट के आधार पर उधमपुर के बसंतहगढ़ इलाके में जॉइंट ऑपरेशन लॉन्च किया गया। आतंकियों से मुठभेड़ हुई और देर तक दोनों तरफ से फायरिंग हुई। इसमें भारतीय सेना के हवलदार जे.अली शेख गंभीर रूप से जख्मी हो गए। तमाम मेडिकल सहायता के बाद उन्हें बचाया नहीं जा सका। पूरे जम्मू-कश्मीर में 125-130 आतंकवादियों के सक्रिय होने का अनुमान है। जिसमें करीब 60-65 आतंकी जम्मू, रजौरी, पुँछ की एरिया में सक्रिय हैं। सुरक्षा बलों ने इन पर शिकंजा कसना तेज किया है।
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