US Visa Bulletin: अमेरिका में काम करने वाले विदेशी वर्कर्स को सरकार स्थायी रूप से रहने की सुविधा भी देती है। इसके लिए उन्हें ग्रीन कार्ड दिया जाता है। हालांकि, ग्रीन कार्ड पाने का वेटिंग टाइम काफी ज्यादा है। यहां वर्कर्स को अलग-अलग कैटेगरी में बांटा गया है और उसी आधार पर हर किसी के लिए वेटिंग टाइम भिन्न-भिन्न है। अमेरिका के विदेश मंत्रालय ने अगस्त 2025 के लिए वीजा बुलेटिन जारी कर दिया है, जिसमें हर कैटेगरी के लिए ग्रीन कार्ड वेटिंग टाइम के बारे में बताया गया है।
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यूएस सिटिजनशिप एंड इमिग्रेशन सर्विसेज (USCIS) ने कहा है कि रोजगार-आधारित वीजा कैटेगरी के आवेदकों को ग्रीन कार्ड फाइलिंग के लिए एलिजिबिलिटी निर्धारित करने के लिए फाइनल एक्शन डेट का इस्तेमाल करना होगा। वीजा बुलेटिन में दो प्रमुख चीजें होती हैं, जिसमें पहला डेट फॉर फाइलिंग और दूसरा फाइनल एक्शन डेट है। फाइनल एक्शन डेट बताता है कि किस तारीख तक आवेदक आवेदन जमा कर सकता है, जबकि फाइनल एक्शन डेट से पता चलता है कि ग्रीन कार्ड कब तक मिलेगा।
ग्रीन कार्ड का वेटिंग टाइम कितना है?
भारतीय नागरिकों के लिए, EB-3 कैटेगरी में इस महीने एकमात्र प्रगति दिखाई दे रही है। इसकी फाइनल एक्शन डेट एक महीने बढ़कर 22 मई, 2013 हो गई है। डेट्स ऑफ फाइलिंग 8 जून, 2013 ही बना हुआ है। टेक, हेल्थकेयर, फाइनेंस जैसे सेक्टर्स में काम करने वाले भारतीय EB-3 कैटेगरी में आते हैं और वे H-1B वीजा जैसे वर्क वीजा के माध्यम से अमेरिका गए हैं। EB-1 और EB-2 कैटेगरी में कोई बदलाव नहीं हुआ है, दोनों के लिए फाइनल एक्शन डेट क्रमश: 15 फरवरी, 2022 और 1 जनवरी, 2013 बनी हुई है।
दोनों कैटेगरी के लिए डेट्स फॉर फाइलिंग क्रमश: 15 अप्रैल, 2022 और 1 फरवरी, 2013 है। अपनी फील्ड में असाधारण क्षमता रखने वाले लोग, रिसर्चर्स, प्रोफेसर्स और मल्टीनेशनल कंपनियों के सीईओ, एग्जिक्यूटिव जैसे लोग EB-1 कैटेगरी में आते हैं, जबकि EB-2 कैटेगरी में वो लोग आते हैं, जिनके पास अडवांस डिग्री है या फिर वह अपनी फील्ड में असाधारण प्रतिभा रखते हैं। सीनियर ऑफिसर्स, सीनियर टेक प्रोफेशनल्स, स्पेशलिस्ट सर्जन जैसे लोग EB-2 कैटेगरी का हिस्सा हैं। ज्यादातर भारतीय इन्हीं तीनों कैटेगरी का हिस्सा होते हैं।
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यूएस सिटिजनशिप एंड इमिग्रेशन सर्विसेज (USCIS) ने कहा है कि रोजगार-आधारित वीजा कैटेगरी के आवेदकों को ग्रीन कार्ड फाइलिंग के लिए एलिजिबिलिटी निर्धारित करने के लिए फाइनल एक्शन डेट का इस्तेमाल करना होगा। वीजा बुलेटिन में दो प्रमुख चीजें होती हैं, जिसमें पहला डेट फॉर फाइलिंग और दूसरा फाइनल एक्शन डेट है। फाइनल एक्शन डेट बताता है कि किस तारीख तक आवेदक आवेदन जमा कर सकता है, जबकि फाइनल एक्शन डेट से पता चलता है कि ग्रीन कार्ड कब तक मिलेगा।
ग्रीन कार्ड का वेटिंग टाइम कितना है?
भारतीय नागरिकों के लिए, EB-3 कैटेगरी में इस महीने एकमात्र प्रगति दिखाई दे रही है। इसकी फाइनल एक्शन डेट एक महीने बढ़कर 22 मई, 2013 हो गई है। डेट्स ऑफ फाइलिंग 8 जून, 2013 ही बना हुआ है। टेक, हेल्थकेयर, फाइनेंस जैसे सेक्टर्स में काम करने वाले भारतीय EB-3 कैटेगरी में आते हैं और वे H-1B वीजा जैसे वर्क वीजा के माध्यम से अमेरिका गए हैं। EB-1 और EB-2 कैटेगरी में कोई बदलाव नहीं हुआ है, दोनों के लिए फाइनल एक्शन डेट क्रमश: 15 फरवरी, 2022 और 1 जनवरी, 2013 बनी हुई है।
दोनों कैटेगरी के लिए डेट्स फॉर फाइलिंग क्रमश: 15 अप्रैल, 2022 और 1 फरवरी, 2013 है। अपनी फील्ड में असाधारण क्षमता रखने वाले लोग, रिसर्चर्स, प्रोफेसर्स और मल्टीनेशनल कंपनियों के सीईओ, एग्जिक्यूटिव जैसे लोग EB-1 कैटेगरी में आते हैं, जबकि EB-2 कैटेगरी में वो लोग आते हैं, जिनके पास अडवांस डिग्री है या फिर वह अपनी फील्ड में असाधारण प्रतिभा रखते हैं। सीनियर ऑफिसर्स, सीनियर टेक प्रोफेशनल्स, स्पेशलिस्ट सर्जन जैसे लोग EB-2 कैटेगरी का हिस्सा हैं। ज्यादातर भारतीय इन्हीं तीनों कैटेगरी का हिस्सा होते हैं।
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