पटना: फुलवारी शरीफ से टेरर मॉड्यूल का धब्बा खत्म नहीं हो पाया। ग्यास नगर इलाके में उत्तर प्रदेश और बिहार की एंटी टेररिज्म स्क्वॉड (ATS) की जॉइंट टीम ने बड़ी कार्रवाई की। छापेमारी में एक नाबालिग लड़के को हिरासत में लिया गया। उस पर 'ग्रीन ब्रीड' नाम के एक संदिग्ध वाट्सऐप ग्रुप से जुड़े होने का आरोप है, जिसे देश विरोधी गतिविधियों से संबंधित माना जा रहा है। ये कार्रवाई यूपी के गाजियाबाद में गिरफ्तार दो संदिग्ध आतंकियों सम्मी और खालिद की निशानदेही पर की गई। पूछताछ में सामने आया कि 'ग्रीन ब्रीड' ग्रुप के सदस्य देश के विभिन्न हिस्सों में सक्रिय हैं और सोशल मीडिया के माध्यम से कट्टरपंथी विचारों का प्रचार-प्रसार कर रहे हैं। छापेमारी के दौरान जब्त किए गए नाबालिग के मोबाइल फोन की जांच में कई चौंकाने वाली जानकारियां सामने आई। फोन में फिलिस्तीन से जुड़े कुछ वीडियो, एक संदिग्ध क्यूआर कोड और फेसबुक पर की गई गतिविधियों के रिकॉर्ड मिले हैं। क्यूआर कोड से डोनेशन का 'खेल'सूत्रों के अनुसार, क्यूआर कोड के जरिए करीब 7,500 रुपए एक प्रतिबंधित संगठन को भेजे जाने की बात भी सामने आई है। हालांकि, मोबाइल से कोई आपत्तिजनक या भड़काऊ संदेश नहीं मिला है। करीब छह घंटे तक पूछताछ के बाद एटीएस ने शनिवार देर रात नाबालिग लड़के को छोड़ दिया, लेकिन उसे 6 मई को लखनऊ स्थित एटीएस मुख्यालय में पूछताछ के लिए पेश होने का नोटिस दिया गया है।वहीं, इस मामले में युवक के खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज कर ली गई है। एटीएस की ओर से इस मामले को गंभीर मानते हुए जांच को आगे बढ़ाया जा रहा है। स्थानीय स्तर पर इस कार्रवाई से क्षेत्र में सनसनी फैल गई है। पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां फिलहाल पूरे मामले की तह तक जाने की कोशिश में जुटी हैं। नाबालिग का अलीगढ़ कनेक्शननाबालिग लड़के के पिता मोहम्मद सेराज ने मीडिया को बताया कि उनका बेटा हाल ही में इंटर की परीक्षा देकर अलीगढ़ में इंजीनियरिंग की तैयारी कर रहा था। रविवार को उसका एंट्रेस एग्जाम भी था। उन्होंने बताया कि पढ़ाई के लिए मोबाइल का इस्तेमाल करता था। घर से कम ही बाहर आता-जाता था। वहीं, एटीएस की टीम ने कार्रवाई के बारे में आधिकारिक रूप से कुछ भी कहने से इनकार किया। मगर, छापेमारी और पूछताछ की कार्रवाई से लग रहा कि एजेंसियां तह तक पहुंचना चाह रही है। बिहार में पटना के फुलवारी शरीफ में दो साल पहले भी टेरर मॉड्यूल का खुलासा हुआ था। इस मामले में भी छापेमारी के बाद बिहार के अलग-अलग हिस्सों से कई गिरफ्तारियां हुई थी। ये मॉड्यूल प्रतिबंधित संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) से जुड़ा हुआ था। अब भी इस मामले की जांच जारी है। फुलवारी शरीफ एक बार फिर देश विरोधी गतिविधियों को लेकर सुर्खियों में है।
You may also like
भारत से तनाव के बीच, क्या पाकिस्तान के क़रीब जा रहा बांग्लादेश
एनडीए से अलग होने पर पशुपति कुमार पारस बोले, 'लोकसभा चुनाव में हमारे सांसदों का टिकट कटा, तो बहुत बुरा लगा था'
अशोक गहलोत ने आरटीई और फीस पुनर्भरण योजना में अनियमितताओं को लेकर सीएम भजनलाल शर्मा को लिखा पत्र
तेजपत्ता : स्वाद के साथ सेहत का तेज, जानें फायदे
WATCH: नसीम शाह ने डाली 'बॉल ऑफ PSL 2025', डेविड वॉर्नर की बत्ती हुई गुल