अयोध्या: अयोध्या के श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में 25 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंदिर के आठों शिखरों पर ध्वजारोहण करेंगे। इस अवसर पर चार दिवसीय विशेष आयोजन होगा, जिसमें आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत और भाजपा के वरिष्ठ नेता शामिल होंगे। कार्यक्रम का स्वरूप धार्मिक और सीमित रखा गया है। इसमें देशभर से सिलेब्रिटी नहीं, बल्कि अयोध्या और आसपास के जिलों से श्रद्धालु आमंत्रित किए जा रहे हैं।
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के ट्रस्टी डॉ. अनिल मिश्र ने बताया कि ध्वजारोहण की तैयारियां अंतिम चरण में हैं। यह आयोजन मंदिर निर्माण के पूर्ण होने का प्रतीक होगा। ध्वजारोहण के बाद भाजपा की ओर से 'विकसित उत्तर प्रदेश अभियान' की शुरुआत की जाएगी। इसके तहत दुनिया की सबसे बड़ी स्काउट-गाइड
जम्बूरी आयोजित होगी, जिसमें करीब 35 हजार कैडेट्स शामिल होंगे।
मंदिर का निर्माण कार्य पूरामंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने बताया कि मंदिर का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है और राम परिवार अब पहली मंजिल पर विराजमान हैं। प्रधानमंत्री द्वारा ध्वजारोहण के दिन राम दरबार की विशेष आरती की जाएगी। इस अवसर के लिए 6 से 8 हजार लोगों की सूची तैयार की गई है। उन्होंने बताया कि मंदिर का परकोटा और तीनों मंजिलें पूर्ण हो चुकी हैं। ध्वजारोहण के बाद श्रद्धालुओं के लिए 70 एकड़ परिसर में बने अन्य मंदिरों के दर्शन भी शुरू हो जाएंगे।
बता दें इस आयोजन में शामिल होने के लिए देश-विदेश से करीब 10 हजार मेहमान आ रहे हैं। संत, साधु के साथ वीवीआई गेस्ट भी शामिल होंगे। इसके लिए श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने करीब 3 हजार होटल रूम, गेस्ट हाउस, होम स्टे बुक करा लिए हैं।
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के ट्रस्टी डॉ. अनिल मिश्र ने बताया कि ध्वजारोहण की तैयारियां अंतिम चरण में हैं। यह आयोजन मंदिर निर्माण के पूर्ण होने का प्रतीक होगा। ध्वजारोहण के बाद भाजपा की ओर से 'विकसित उत्तर प्रदेश अभियान' की शुरुआत की जाएगी। इसके तहत दुनिया की सबसे बड़ी स्काउट-गाइड
जम्बूरी आयोजित होगी, जिसमें करीब 35 हजार कैडेट्स शामिल होंगे।
मंदिर का निर्माण कार्य पूरामंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने बताया कि मंदिर का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है और राम परिवार अब पहली मंजिल पर विराजमान हैं। प्रधानमंत्री द्वारा ध्वजारोहण के दिन राम दरबार की विशेष आरती की जाएगी। इस अवसर के लिए 6 से 8 हजार लोगों की सूची तैयार की गई है। उन्होंने बताया कि मंदिर का परकोटा और तीनों मंजिलें पूर्ण हो चुकी हैं। ध्वजारोहण के बाद श्रद्धालुओं के लिए 70 एकड़ परिसर में बने अन्य मंदिरों के दर्शन भी शुरू हो जाएंगे।
बता दें इस आयोजन में शामिल होने के लिए देश-विदेश से करीब 10 हजार मेहमान आ रहे हैं। संत, साधु के साथ वीवीआई गेस्ट भी शामिल होंगे। इसके लिए श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने करीब 3 हजार होटल रूम, गेस्ट हाउस, होम स्टे बुक करा लिए हैं।
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