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Dubai Richest Man: न शेख न राजकुमार... दुबई का सबसे अमीर शख्स जिसका विवादों से गहरा नाता, कितनी दौलत के मालिक?

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नई दिल्‍ली: दुबई दुनिया के कुछ सबसे अमीर अरबपतियों का घर है। इसे अपनी विलासिता के लिए जाना जाता है। आपको यह जानकर ताज्‍जुब होगा कि दुबई का सबसे अमीर आदमी कोई शेख या राजकुमार नहीं है। वह एक रूसी मूल का टेक उद्यमी। उनका नाम है पावेल दुरोव। 29 सितंबर, 2025 तक पावेल की रियल टाइम नेटवर्थ 17.1 अरब डॉलर (1,51,676 करोड़ रुपये) है। फोर्ब्स के अनुसार, वह दुनिया के सबसे अमीर लोगों में 139वें स्थान पर हैं। पावेल टेलीग्राम के संस्‍थापक हैं। यह एक मैसेजिंग एप्लिकेशन है। हालांकि , उनका विवादों के साथ गहरा नाता रहा है। आइए, यहां उनके बारे में जानते हैं।



पावेल दुरोव रूसी मूल के टेक उद्यमी हैं। वह दुबई के सबसे अमीर व्यक्ति हैं। उनकी कुल संपत्ति 17.1 अरब डॉलर है। उन्होंने VKontakte (VK.com) की सह-स्थापना की थी। यह रूस का सबसे बड़ा सोशल नेटवर्क था। बाद में उन्होंने टेलीग्राम की नींव रखी। यह एन्क्रिप्टेड मैसेजिंग ऐप है। यह ऐप उनकी संपत्ति का मुख्य स्रोत है। दुरोव ने रूसी गुप्त सेवाओं के साथ सहयोग करने से इनकार कर दिया था। इसके बाद उन्हें रूस छोड़ना पड़ा था। 2017 में वह दुबई में बस गए। दुबई की टैक्‍स-फ्रेंडली पॉजिसीज और लाइफस्‍टाइल ने उन्हें आकर्षित किया। वह अब यूएई के नागरिक हैं। हाल ही में उन्होंने फ्रांसीसी खुफिया एजेंसियों पर मोल्दोवन टेलीग्राम चैनलों को सेंसर करने के लिए दबाव डालने का आरोप लगाया। यह आरोप मोल्दोवा के चुनावों के दौरान लगाया गया था। उन्होंने इन आरोपों को सोशल मीडिया प्‍लेटफॉर्म 'एक्‍स' पर साझा किया। फ्रांसीसी विदेश मंत्रालय ने उनके दावों को खारिज कर दिया। दुरोव फ्रांस में न्यायिक निगरानी में हैं। यह निगरानी टेलीग्राम के इस्‍तेमाल से जुड़े संगठित अपराध के संदेह में 2024 में उनकी गिरफ्तारी के बाद से है।



ऐसे बने रूस के जुकरबर्ग पावेल दुरोव का जन्म 1984 में सेंट पीटर्सबर्ग में हुआ था। उन्होंने सेंट पीटर्सबर्ग स्टेट यूनिवर्सिटी से फिलोलॉजी में डिग्री हासिल की। 22 साल की उम्र में उन्होंने VKontakte (VK.com) की सह-स्थापना की। यह रूस का सबसे बड़ा सोशल नेटवर्क बन गया। उनके नेतृत्व में इसके 10 करोड़ से ज्‍यादा यूजर हो गए। उनकी इनोवेशन क्षमता और तेज व्यावसायिक समझ ने उन्हें जल्दी ही 'रूस का जुकरबर्ग' बना दिया। फोर्ब्स ने उनकी तुलना फेसबुक के मार्क जुकरबर्ग से की।



हालांकि, दुरोव का जीवन तब बदल गया जब उन्होंने मॉस्को की गुप्त सेवाओं के साथ सहयोग करने से इनकार कर दिया। उन्होंने यूजर डेटा सौंपने की मांगों का विरोध किया। इसके बाद उन्हें VK में अपनी हिस्सेदारी बेचनी पड़ी और रूस छोड़ना पड़ा। फोर्ब्स पर उनके बायो में लिखा है, 'दुरोव ने गुप्त सेवा के साथ सहयोग करने और अपने पहले सोशल नेटवर्क के यूजरों का एन्क्रिप्टेड डेटा प्रदान करने से इनकार करने के बाद रूस छोड़ दिया। टेलीग्राम को रूस में 2018 से 2021 तक प्रतिबंधित कर दिया गया था। वह 2021 में फ्रांसीसी नागरिक बन गए लेकिन दुबई में रहते हैं।'



2013 में टेलीग्राम की रखी नींव

पावेल दुरोव ने फिर टेलीग्राम की स्थापना की। इसी ने उन्हें दुबई का सबसे अमीर अरबपति बनाया। 2013 में दुरोव ने टेलीग्राम को लॉन्च किया। यह एक फ्री-इस्‍तेमाल वाला एन्क्रिप्टेड मैसेजिंग ऐप है। यह जल्द ही व्‍हाट्सऐप और मैसेंजर का ग्‍लोबल प्रतिद्वंद्वी बन गया। यह अपनी गोपनीयता और सुरक्षा पर मजबूत रुख के लिए जाना जाता है। स्‍टैटिस्‍टा 2025 के अनुसार, टेलीग्राम के अब दुनिया भर में 1 अरब से ज्‍यादा मासिक एक्टिव यूजर हैं। ज्‍यादातर टेक दिग्गजों के उलट टेलीग्राम पूरी तरह से दुरोव के स्वामित्व में है। यह उनकी संपत्ति का प्राथमिक स्रोत है।



कई देशों में घूमने के बाद दुरोव 2017 में दुबई में बस गए। यूएई की टैक्‍स-अनुकूल नीतियों ने उन्हें आकर्षित किया। बाद में वह यूएई के नागरिक बन गए। आज वह जुमेराह आइलैंड्स में एक शानदार पांच बेडरूम वाली हवेली में रहते हैं। यह हवेली 15,000 वर्ग फीट में फैली हुई है। दुबई उनके वैश्विक व्यापार संचालन के लिए सुरक्षित आधार प्रदान करता है। साथ ही, यह ऐसी जीवनशैली भी प्रदान करता है जो उनके अरबपति के दर्जे से मेल खाती है।



विवादों से रहा है र‍िश्‍तादुरोव ने अक्सर अपनी अपरंपरागत जीवनशैली के लिए सुर्खियां बटोरी हैं। न्‍यूज एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार, उनके दो पूर्व-प्रेमिकाओं से पांच बच्चे हैं। उन्होंने यह भी दावा किया है कि उन्होंने स्‍पर्म डोनेशन के जरिये लगभग 100 बच्चों को जन्म दिया है।



हाल में दुरोव ने एक बार फिर अंतरराष्‍ट्रीय स्‍तर पर सुर्खियां बटोरीं। उन्होंने फ्रांसीसी खुफिया एजेंसियों पर मोल्दोवा के चुनावों के दौरान मोल्दोवन टेलीग्राम चैनलों को सेंसर करने के लिए दबाव डालने का आरोप लगाया। उन्होंने 'एक्‍स' पर खुलासा किया कि अधिकारियों ने मध्यस्थों के जरिये उनसे संपर्क किया था। उन्होंने उनसे अपने चल रहे फ्रांसीसी अदालत के मामले में अनुकूल व्यवहार के बदले राजनीतिक आवाजों को चुप कराने के लिए कहा था। हालांकि, फ्रांसीसी विदेश मंत्रालय ने उनके दावों को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि दुरोव चुनावों के दौरान आरोप लगाना पसंद करते हैं। ये विवाद तब सामने आए हैं जब दुरोव फ्रांस में न्यायिक निगरानी में हैं। यह निगरानी टेलीग्राम के इस्‍तेमाल से जुड़े संगठित अपराध के संदेह में 2024 में एक फ्रांसीसी हवाई अड्डे पर उनकी गिरफ्तारी के बाद से है। दुरोव सभी आरोपों से इनकार करते हैं।

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