नई दिल्ली: वोटर लिस्ट के मुद्दे पर कांग्रेस व INDI गठबंधन के आरोपों पर बीजेपी ने पलटवार किया है। बीजेपी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि लगातार हार के कारण कांग्रेस वैचारिक दिवालियेपन की स्थिति पर पहुंच गई है। कांग्रेस के पास कोई स्पष्ट मुद्दा नहीं है। ये लोग हर दिन झूठ का नया पहाड़ बनाते हैं। उन्होंने कहा कि पिछले 2-3 दिनों में जो वाद-विवाद हुआ, उस पर भारतीय मीडिया ने फैक्ट-चेक करके राहुल गांधी के हर एक झूठ को प्रमाण के आधार पर बेनकाब किया है। चुनाव आयोग ने एक संवैधानिक और निष्पक्ष व्यवस्था होने के नाते जब कांग्रेस नेता को सही बात बताई, तो ये चुनाव आयोग को भी ध्वस्त करने के लिए कहते हैं। बड़ी-बड़ी शक्तियां जो आज भारत के प्रजातंत्र को बिखेरना चाहती हैं, उन्हीं की भाषा आज लोकसभा में विपक्ष के नेता की भी भाषा बनी हुई है।
बीजेपी नेता ने कांग्रेस के आरोपों पर कहा कि चुनाव आयोग आपके घर की व्यवस्था नहीं है, एआईसीसी व कांग्रेस का दफ्तर नहीं है। भारत की संवैधानिक व्यवस्था का प्रमुख स्तंभ है, जिसका लोहा पिछले कई दशकों में देश- दुनिया ने देखा है। अगर राहुल गांधी को संविधान में रत्ती भर भी विश्वास होता तो हलफनामा देते, चुनाव आयोग के सामने बात रखते।
राहुल पर हमलावर हुए धर्मेंद्र प्रधान
बीजेपी नेता धर्मेंद्र प्रधान ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि इंडी गठबंधन के लोग और कांग्रेस पार्टी के नेता राहुल गांधी आए दिन संविधान की दुहाई देते हैं लेकिन देश देख रहा है कि राहुल गांधी कैसे संविधान विरोधी काम कर रहे हैं। उन्होंने कांग्रेस नेता पर सवाल उठाते हुए कहा कि जो लोग संविधान की किताब हाथ में लेकर घूमते हैं, उन्ही लोगों ने संवैधानिक संस्थाओं को तोड़ने का मन बनाया है। एसआईआर पहली बार नहीं हो रहा है। हर राज्य में राष्ट्रीय स्तर पर चुनाव आयोग की नियमित प्रक्रिया है। मतदाता सूची को व्यवस्थित करने के लिए चुनाव आयोग की निरंतर प्रक्रिया है। कांग्रेस पार्टी पहले ईवीएम पर झूठ बोलते हैं, कभी महाराष्ट्र की बात उठाते हैं, कभी हरियाणा की बात उठाते है। झूठ का नया पहाड़ बनाते है।
प्रधान ने कहा कि मतदाता सूची से अगर किसी सही मतदाता का नाम कटता है तो उसको जोड़ने की भी प्रक्रिया है। चुनाव आयोग ने भी यह स्पष्ट किया है कि जहां - जहां SIR हो रहा है, वहां कोई सही मतदाता का नाम कटता है तो उसको जोड़ने की व्यवस्था है। बीजेपी नेता ने कहा कि मैं राहुल गांधी को खुली चुनौती देता हूं, वह बिहार जाएं और जिनके नाम कटने की बात वो कर रहे हैं, उनका नाम जुड़ा कर आएं। चुनाव आयोग में इतनी निष्पक्षता है, संविधान में इतनी ताक़त है कि नाम जुड़ जाएगा। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी अराजकता का सहारा लेकर देश में अशांति का माहौल बनाने की कोशिश कर रहे हैं, वह इस बहाने घुसपैठियों के नाम भरना चाहते हैं, देश के अधिकार को विदेशियों और अपने निहित वोटबैंक को सौंपना चाहते हैं।
बीजेपी का आरोप कांग्रेस कर रही वोट की राजनीति
बीजेपी नेता ने कहा कि कांग्रेस का काम सिर्फ वोटबैंक की राजनीति करना है। घुसपैठियों को वोटर बनाकर राजनीतिक रोटी सेंकना चाहते हैं। चुनाव आयोग ने संवैधानिक, निष्पक्ष व्यवस्था के नाते सही बात बताई तो चुनाव आयोग को ध्वस्त करने की बात करते है। राहुल गांधी ने कर्नाटक में रैली की, फिर वहां के चुनाव आयोग ने कहा कि हलफनामा दें लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। बस आरोप लगाना ही इनकी राजनीति बन चुकी है।
केंद्रीय कृषि मंत्री ने क्या कहाबीजेपी ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज चौहान का एक वीडियो बयान जारी कर कहा कि देश विरोधी ताकतों के दबाव में राहुल गांधी और INDI गठबंधन लोकतंत्र को बदनाम कर रहे हैं और संवैधानिक संस्थानों की मर्यादा के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। राहुल गांधी बार-बार झूठ बोल रहे हैं और अराजकता फैलाना चाहते हैं। उन्होंने चुनाव आयोग, सुप्रीम कोर्ट और CAG को बदनाम किया। सेना के शौर्य पर सवाल खड़े किए और जब सेना ने तथ्य रखे तो उनकी बोलती बंद हो गई। बिना सबूत के EVM पर सवाल उठाए, तो सुप्रीम कोर्ट की फटकार के बाद EVM छोड़ दिया और अब SIR पर आ गए। उन्होंने राहुल गांधी और इंडी गठबंधन के नेताओं से तीन सवाल किए.
बीजेपी नेता ने कांग्रेस के आरोपों पर कहा कि चुनाव आयोग आपके घर की व्यवस्था नहीं है, एआईसीसी व कांग्रेस का दफ्तर नहीं है। भारत की संवैधानिक व्यवस्था का प्रमुख स्तंभ है, जिसका लोहा पिछले कई दशकों में देश- दुनिया ने देखा है। अगर राहुल गांधी को संविधान में रत्ती भर भी विश्वास होता तो हलफनामा देते, चुनाव आयोग के सामने बात रखते।
राहुल पर हमलावर हुए धर्मेंद्र प्रधान
बीजेपी नेता धर्मेंद्र प्रधान ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि इंडी गठबंधन के लोग और कांग्रेस पार्टी के नेता राहुल गांधी आए दिन संविधान की दुहाई देते हैं लेकिन देश देख रहा है कि राहुल गांधी कैसे संविधान विरोधी काम कर रहे हैं। उन्होंने कांग्रेस नेता पर सवाल उठाते हुए कहा कि जो लोग संविधान की किताब हाथ में लेकर घूमते हैं, उन्ही लोगों ने संवैधानिक संस्थाओं को तोड़ने का मन बनाया है। एसआईआर पहली बार नहीं हो रहा है। हर राज्य में राष्ट्रीय स्तर पर चुनाव आयोग की नियमित प्रक्रिया है। मतदाता सूची को व्यवस्थित करने के लिए चुनाव आयोग की निरंतर प्रक्रिया है। कांग्रेस पार्टी पहले ईवीएम पर झूठ बोलते हैं, कभी महाराष्ट्र की बात उठाते हैं, कभी हरियाणा की बात उठाते है। झूठ का नया पहाड़ बनाते है।
प्रधान ने कहा कि मतदाता सूची से अगर किसी सही मतदाता का नाम कटता है तो उसको जोड़ने की भी प्रक्रिया है। चुनाव आयोग ने भी यह स्पष्ट किया है कि जहां - जहां SIR हो रहा है, वहां कोई सही मतदाता का नाम कटता है तो उसको जोड़ने की व्यवस्था है। बीजेपी नेता ने कहा कि मैं राहुल गांधी को खुली चुनौती देता हूं, वह बिहार जाएं और जिनके नाम कटने की बात वो कर रहे हैं, उनका नाम जुड़ा कर आएं। चुनाव आयोग में इतनी निष्पक्षता है, संविधान में इतनी ताक़त है कि नाम जुड़ जाएगा। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी अराजकता का सहारा लेकर देश में अशांति का माहौल बनाने की कोशिश कर रहे हैं, वह इस बहाने घुसपैठियों के नाम भरना चाहते हैं, देश के अधिकार को विदेशियों और अपने निहित वोटबैंक को सौंपना चाहते हैं।
बीजेपी का आरोप कांग्रेस कर रही वोट की राजनीति
बीजेपी नेता ने कहा कि कांग्रेस का काम सिर्फ वोटबैंक की राजनीति करना है। घुसपैठियों को वोटर बनाकर राजनीतिक रोटी सेंकना चाहते हैं। चुनाव आयोग ने संवैधानिक, निष्पक्ष व्यवस्था के नाते सही बात बताई तो चुनाव आयोग को ध्वस्त करने की बात करते है। राहुल गांधी ने कर्नाटक में रैली की, फिर वहां के चुनाव आयोग ने कहा कि हलफनामा दें लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। बस आरोप लगाना ही इनकी राजनीति बन चुकी है।
केंद्रीय कृषि मंत्री ने क्या कहाबीजेपी ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज चौहान का एक वीडियो बयान जारी कर कहा कि देश विरोधी ताकतों के दबाव में राहुल गांधी और INDI गठबंधन लोकतंत्र को बदनाम कर रहे हैं और संवैधानिक संस्थानों की मर्यादा के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। राहुल गांधी बार-बार झूठ बोल रहे हैं और अराजकता फैलाना चाहते हैं। उन्होंने चुनाव आयोग, सुप्रीम कोर्ट और CAG को बदनाम किया। सेना के शौर्य पर सवाल खड़े किए और जब सेना ने तथ्य रखे तो उनकी बोलती बंद हो गई। बिना सबूत के EVM पर सवाल उठाए, तो सुप्रीम कोर्ट की फटकार के बाद EVM छोड़ दिया और अब SIR पर आ गए। उन्होंने राहुल गांधी और इंडी गठबंधन के नेताओं से तीन सवाल किए.
- क्या कर्नाटक और हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस वोटर लिस्ट की गड़बड़ियों के कारण जीती?
- क्या तेलंगाना, तमिलनाडु और झारखंड में INDI गठबंधन की सरकार चुनाव आयोग की गलती के कारण बनी?
- क्या राहुल जी, प्रियंका जी और अखिलेश यादव जी भी वोटर लिस्ट की गड़बड़ियों के कारण चुनाव जीते हैं?
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