गया: बिहार के एक बड़े अस्पताल में एक डॉक्टर ने नर्स को थप्पड़ मार दिया। यह घटना गया जिले के अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल के इमरजेंसी विभाग में हुई। डॉक्टर के इस व्यवहार के विरोध में सभी जीएनएम (GNM) नर्सें अस्पताल के अधीक्षक कार्यालय के सामने प्रदर्शन कर रही हैं। वे डॉक्टर को सस्पेंड करने की मांग कर रही हैं। डॉक्टर ने सार्वजनिक रूप से अपनी गलती मान ली है और माफी भी मांगी है। इस घटना से अस्पताल में अफरातफरी मच गई।
यह घटना तब हुई जब जीएनएम ऋतु कुमारी इमरजेंसी ऑपरेशन थियेटर में ड्यूटी पर थीं। बिहार चिकित्सा व जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ की अध्यक्ष श्वेता कुमारी ने आरोप लगाते हुए बताया कि डॉ. एसके रंजन ने ऋतु कुमारी के साथ मारपीट की। इसके बाद सभी नर्सें अधीक्षक कार्यालय के सामने इकट्ठा होकर डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने लगीं।
जीएनएम ने बताई पूरी घटना
रोते हुए जीएनएम ऋतु कुमारी (49) ने बताया कि वह 2010 से यहां काम कर रही हैं। उन्होंने कहा कि उनके साथ पहले कभी ऐसा नहीं हुआ। ऋतु कुमारी ने बताया कि शनिवार को इमरजेंसी ओटी में एक गोली लगने से घायल मरीज आया था। वह उसे वैसोफिक्स लगा रही थीं। वैसोफिक्स एक तरह का मेडिकल उपकरण होता है, जो नसों में लगाया जाता है। इससे मरीज को दवाइयां और तरल पदार्थ देने में आसानी होती है।
ऋतु कुमारी ने आगे बताया कि 'इसी दौरान अचानक डॉ. एसके रंजन सर ने उन्हें थप्पड़ चला दिया। मेरे पीठ पर जोर से मारा और मरीज का लगा रहे वैसोफिक्स को फेंक दिया। इससे मुझे बहुत दुख हुआ है।'
नर्सों का विरोध प्रदर्शन, डॉक्टर पर कार्रवाई की मांग
डॉक्टर द्वारा नर्स को थप्पड़ मारने की घटना से अस्पताल के कर्मचारियों में गुस्सा फूट पड़ा। नर्सें डॉक्टर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रही हैं। उनका कहना है कि इस तरह की घटनाएं बर्दाश्त नहीं की जाएंगी। अस्पताल प्रशासन ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है।
डॉक्टर ने मांगी माफी, लेकिन विवाद थमा नहीं
इधर डॉक्टर ने सार्वजनिक रूप से अपनी गलती मान ली है और माफी भी मांगी है। लेकिन नर्सें डॉक्टर को सस्पेंड करने की मांग पर अड़ी हुई हैं। उनका कहना है कि डॉक्टर को अपनी करनी की सजा मिलनी चाहिए। इस घटना से अस्पताल में कामकाज प्रभावित हुआ है। मरीज और उनके परिजन भी परेशान हैं।
यह घटना तब हुई जब जीएनएम ऋतु कुमारी इमरजेंसी ऑपरेशन थियेटर में ड्यूटी पर थीं। बिहार चिकित्सा व जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ की अध्यक्ष श्वेता कुमारी ने आरोप लगाते हुए बताया कि डॉ. एसके रंजन ने ऋतु कुमारी के साथ मारपीट की। इसके बाद सभी नर्सें अधीक्षक कार्यालय के सामने इकट्ठा होकर डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने लगीं।
जीएनएम ने बताई पूरी घटना
रोते हुए जीएनएम ऋतु कुमारी (49) ने बताया कि वह 2010 से यहां काम कर रही हैं। उन्होंने कहा कि उनके साथ पहले कभी ऐसा नहीं हुआ। ऋतु कुमारी ने बताया कि शनिवार को इमरजेंसी ओटी में एक गोली लगने से घायल मरीज आया था। वह उसे वैसोफिक्स लगा रही थीं। वैसोफिक्स एक तरह का मेडिकल उपकरण होता है, जो नसों में लगाया जाता है। इससे मरीज को दवाइयां और तरल पदार्थ देने में आसानी होती है।
ऋतु कुमारी ने आगे बताया कि 'इसी दौरान अचानक डॉ. एसके रंजन सर ने उन्हें थप्पड़ चला दिया। मेरे पीठ पर जोर से मारा और मरीज का लगा रहे वैसोफिक्स को फेंक दिया। इससे मुझे बहुत दुख हुआ है।'
नर्सों का विरोध प्रदर्शन, डॉक्टर पर कार्रवाई की मांग
डॉक्टर द्वारा नर्स को थप्पड़ मारने की घटना से अस्पताल के कर्मचारियों में गुस्सा फूट पड़ा। नर्सें डॉक्टर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रही हैं। उनका कहना है कि इस तरह की घटनाएं बर्दाश्त नहीं की जाएंगी। अस्पताल प्रशासन ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है।
डॉक्टर ने मांगी माफी, लेकिन विवाद थमा नहीं
इधर डॉक्टर ने सार्वजनिक रूप से अपनी गलती मान ली है और माफी भी मांगी है। लेकिन नर्सें डॉक्टर को सस्पेंड करने की मांग पर अड़ी हुई हैं। उनका कहना है कि डॉक्टर को अपनी करनी की सजा मिलनी चाहिए। इस घटना से अस्पताल में कामकाज प्रभावित हुआ है। मरीज और उनके परिजन भी परेशान हैं।
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