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बिहार चुनाव: कांग्रेस के 'वोट चोरी' के आरोप के जवाब में बीजेपी का राहुल गांधी पर हमला

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पटना: बिहार में विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Elections 2025) से पहले मतदाता सूची के स्पेशल इनटेंसिव रिवीजन का विरोध और इसी के साथ कांग्रेस का चुनाव आयोग (EC) और एनडीए (NDA) पर वोट चोरी का आरोप सत्ता पक्ष के लिए मुसीबत बनता जा रहा है। विपक्ष जहां इन मुद्दों को लेकर एनडीए पर हमलावर है,वहीं बीजेपी इन आरोपों को लोगों का ध्यान आकर्षित करने की कोशिश बताकर खारिज कर रही है। केंद्रीय मंत्री और कर्नाटक बीजेपी के वरिष्ठ नेता प्रह्लाद जोशी ने कहा है कि कांग्रेस का 'वोट चोरी' का आरोप सिर्फ लोगों का ध्यान खींचने के लिए है। राहुल गांधी के आरोपों के जवाब में अब बीजेपी कर्नाटक के मंत्री केएन राजन्ना की बर्खास्तगी को लेकर उन्हें कठघरे में खड़ा करने की कोशिश कर रही है।



शाकुनी रानी के दो बार वोट डालने का दावा गलत

चूंकि वोट चोरी के आरोप के केंद्र में मुख्य रूप से कर्नाटक है, इसलिए कर्नाटक बीजेपी ही इस पर प्रतिक्रिया दे रही है। कर्नाटक के बीजेपी नेता प्रह्लाद जोशी ने राज्य के मंत्री केएन राजन्ना को बर्खास्त करने पर भी प्रतिक्रिया दी है। राजन्ना को राहुल गांधी की आलोचना करने के बाद हटाया गया था। जोशी ने कहा कि कांग्रेस ने एक और झूठ फैलाया है। उन्होंने शाकुन रानी के दो बार वोट डालने के दावे को गलत बताया। जोशी ने यह भी कहा है कि कांग्रेस पर झूठे दस्तावेज फैलाने के लिए केस दर्ज होना चाहिए। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने वोट चोरी के आरोपों को साबित करने के लिए आंकड़े और तथ्य लोगों के सामने रखे हैं।



प्रह्लाद जोशी ने कहा कि "वोट चोरी" नहीं हुई है, बल्कि कांग्रेस "ध्यान चोरी" कर रही है। उन्होंने बताया कि राज्य के मंत्री केएन राजन्ना को राहुल गांधी की आलोचना करने के बाद राज्य मंत्रिमंडल से हटा दिया गया। कांग्रेस ने राहुल गांधी के आरोपों पर कार्रवाई की मांग की थी, जिसके बाद राजन्ना को हटाया गया।



राहुल पर आपराधिक मामला दर्ज हो

जोशी ने कहा कि कांग्रेस का "वोट चोरी" का नैरेटिव सिर्फ चर्चा में आने का एक तरीका था। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने एक और धोखाधड़ी की है। शाकुन रानी के दो बार वोट डालने का दावा झूठा है। जोशी ने कहा, "झूठे दस्तावेज फैलाने के लिए उन पर आपराधिक मामला दर्ज किया जाना चाहिए।"



कर्नाटक के मुख्य चुनाव अधिकारी (सीईओ) ने रविवार को राहुल गांधी को नोटिस जारी किया है। उनसे उन दस्तावेजों को साझा करने के लिए कहा गया है, जिनके आधार पर उन्होंने आरोप लगाया था कि रानी ने दो बार वोट दिया था।



राजन्ना की बर्खास्तगी एसटी समदाय का अपमान

राजन्ना के इस्तीफे पर जोशी ने कहा कि, "उन्हें सिद्धारमैया का करीबी माना जाता है। मुझे पता है कि मुख्यमंत्री ने उनसे इस्तीफा देने के लिए कहा था, लेकिन राहुल ने संदेश दिया कि उन्हें बर्खास्त किया जाना चाहिए। संदेश था कि उनका इस्तीफा स्वीकार न किया जाए। अगर कोई सच बोलता है, तो उसे तुरंत हटा दिया जाता है। वह 72 साल के एसटी नेता हैं। यह लोकतांत्रिक संस्थानों और उस समुदाय का सबसे बड़ा अपमान है जिसका वे प्रतिनिधित्व करते हैं।"



प्रह्लाद जोशी ने कहा कि राजन्ना को इसलिए हटाया गया क्योंकि उन्होंने बताया था कि चुनाव आयोग का जिला और विधानसभा क्षेत्र स्तर पर मतलब उपायुक्त, जिला मजिस्ट्रेट और उप-विभागीय मजिस्ट्रेट होता है। इसलिए अगर कोई गलती हुई, तो वह कांग्रेस के कार्यकाल के दौरान हुई।



बिहार में एसआईआर पर राहुल गांधी के आरोप अतार्किक

कर्नाटक बीजेपी के अध्यक्ष बीवाई विजयेंद्र ने भी राहुल गांधी की आलोचना की है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी के पास तथ्यों को सुनने का धैर्य नहीं है। जब राजन्ना ने सच बोला है, जब उन्होंने रिकॉर्ड को सही किया है, तो राहुल क्यों परेशान हैं?



इससे पहले प्रह्लाद जोशी ने एसआईआर को लेकर राहुल गांधी के आरोपों को अतार्किक बताया था। जोशी ने कहा था कि चुनाव आयोग और बिहार में मतदाता सूची में संशोधन को लेकर लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के आरोप ‘अतार्किक’ हैं और यह वोटों के लिए समाज के एक खास वर्ग को खुश करने का कांग्रेस का प्रयास है।

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