मुरैना: जिले के अम्बाह थाना क्षेत्र के अमरपुरा गांव में एक नाबालिग छात्र ने अपने ही अपहरण की झूठी कहानी रच डाली। पैसे ऐंठने की नीयत से की गई इस साजिश की सच्चाई तब सामने आई जब पुलिस ने 150 से अधिक सीसीटीवी कैमरों की जांच की। जिसके बाद छात्र को ग्वालियर से सकुशल बरामद कर लिया।
दरअसल, 17 वर्षीय छात्र 28 जुलाई को सुबह स्कूल जाने का कहकर घर से निकला था, लेकिन उसके बाद वह लौटकर नहीं आया। अगले दिन परिजनों को एक अनजान नंबर से कॉल आया, जिसमें 30 लाख रुपये की फिरौती मांगी गई। कॉल मिलते ही परिवार घबरा गया और मामले की सूचना तुरंत पुलिस को दी। मामला गंभीर देख पुलिस अधीक्षक समीर सौरभ ने तीन विशेष टीमें बनाकर छात्र की तलाश शुरू कर दी। साथ ही साइबर सेल को भी इस जांच में लगाया गया।
पुलिस ने 150 सीसीटीवी खंगाला
पुलिस ने तकनीकी साक्ष्यों और 150 से अधिक सीसीटीवी फुटेज की जांच के बाद छात्र की लोकेशन ग्वालियर में ट्रेस की। आखिरकार अचलेश्वर मंदिर क्षेत्र के पास से छात्र को सकुशल बरामद कर लिया गया। पूछताछ के दौरान छात्र शुरुआत में पुलिस को लगातार गुमराह करता रहा, लेकिन जब सख्ती से दोबारा पूछताछ की गई तो उसने सच कबूल कर लिया।
अपराधी के साथ मिलकर रची साजिश
छात्र ने बताया कि घर में पिता से कहासुनी होने के बाद वह स्कूल जाने का बहाना कर ग्वालियर भाग गया था। यहां उसकी मुलाकात अशोक उर्फ बित्ता जाटव नामक युवक से हुई, जो एक छोटा-मोटा अपराधी है और उसके खिलाफ ग्वालियर के विभिन्न थानों में आपराधिक रिकॉर्ड दर्ज हैं। बित्ता ने अपने साथी राहुल जाटव के साथ मिलकर छात्र को एक चोरी की सिम दिलवाई, जिससे फिरौती की कॉल की गई।
पुलिस ने क्या कहा?
एसपी समीर सौरभ के अनुसार, यही फिरौती कॉल पुलिस को छात्र तक पहुंचाने का प्रमुख सूत्र साबित हुई। पुलिस अब इस मामले में शामिल अशोक उर्फ बित्ता और राहुल जाटव की गिरफ्तारी के प्रयास में जुटी हुई है।
दरअसल, 17 वर्षीय छात्र 28 जुलाई को सुबह स्कूल जाने का कहकर घर से निकला था, लेकिन उसके बाद वह लौटकर नहीं आया। अगले दिन परिजनों को एक अनजान नंबर से कॉल आया, जिसमें 30 लाख रुपये की फिरौती मांगी गई। कॉल मिलते ही परिवार घबरा गया और मामले की सूचना तुरंत पुलिस को दी। मामला गंभीर देख पुलिस अधीक्षक समीर सौरभ ने तीन विशेष टीमें बनाकर छात्र की तलाश शुरू कर दी। साथ ही साइबर सेल को भी इस जांच में लगाया गया।
पुलिस ने 150 सीसीटीवी खंगाला
पुलिस ने तकनीकी साक्ष्यों और 150 से अधिक सीसीटीवी फुटेज की जांच के बाद छात्र की लोकेशन ग्वालियर में ट्रेस की। आखिरकार अचलेश्वर मंदिर क्षेत्र के पास से छात्र को सकुशल बरामद कर लिया गया। पूछताछ के दौरान छात्र शुरुआत में पुलिस को लगातार गुमराह करता रहा, लेकिन जब सख्ती से दोबारा पूछताछ की गई तो उसने सच कबूल कर लिया।
अपराधी के साथ मिलकर रची साजिश
छात्र ने बताया कि घर में पिता से कहासुनी होने के बाद वह स्कूल जाने का बहाना कर ग्वालियर भाग गया था। यहां उसकी मुलाकात अशोक उर्फ बित्ता जाटव नामक युवक से हुई, जो एक छोटा-मोटा अपराधी है और उसके खिलाफ ग्वालियर के विभिन्न थानों में आपराधिक रिकॉर्ड दर्ज हैं। बित्ता ने अपने साथी राहुल जाटव के साथ मिलकर छात्र को एक चोरी की सिम दिलवाई, जिससे फिरौती की कॉल की गई।
पुलिस ने क्या कहा?
एसपी समीर सौरभ के अनुसार, यही फिरौती कॉल पुलिस को छात्र तक पहुंचाने का प्रमुख सूत्र साबित हुई। पुलिस अब इस मामले में शामिल अशोक उर्फ बित्ता और राहुल जाटव की गिरफ्तारी के प्रयास में जुटी हुई है।
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