किरण अब्बावरम की नई रोमांटिक कॉमेडी 'के-रैंप' आज सिनेमाघरों में दस्तक दे चुकी है। यह फिल्म दिवाली के मौके पर दर्शकों का मनोरंजन करने आई है। खास बात यह है कि फिल्म शुक्रवार की बजाय शनिवार को रिलीज हुई है, जिसके पीछे मेकर्स की अपनी एक खास वजह है। फिल्म में ह्यूमर, रोमांस और इमोशन का तड़का है, जो इसे इस फेस्टिव सीजन की भीड़ में भी खास बनाने की उम्मीद है।
'के-रैंप' के मेकर्स ने इस बार थोड़ा हटकर फैसला लिया। जहां ज्यादातर फिल्में शुक्रवार को रिलीज होती हैं, वहीं 'के-रैंप' शनिवार को सिनेमाघरों में पहुंची। जब एक फैन ने एक्टर किरण अब्बावरम से इस बारे में पूछा, तो उन्होंने बताया कि यह एक 'पर्सनल सेंटीमेंट' यानी व्यक्तिगत भावना के चलते किया गया है। किरण ने कहा, "हमने यह कदम अपनी व्यक्तिगत भावना के कारण उठाया है।" उन्होंने यह भी बताया कि सोमवार को दिवाली होने के कारण, यह शनिवार की रिलीज फिल्म को फेस्टिव सीजन में अच्छी पकड़ बनाने में मदद करेगी। अगर फिल्म को शुरुआती दर्शकों से अच्छी प्रतिक्रिया मिलती है, तो यह लंबे वीकेंड का फायदा उठा सकती है और माउथ पब्लिसिटी से और भी ज्यादा कमाई कर सकती है।
यह फिल्म कुमार नाम के एक बिगड़ैल लड़के की कहानी है, जिसे किरण अब्बावरम ने निभाया है। कुमार EAMCET परीक्षा में फेल हो जाता है। उसके पिता अपनी दौलत का इस्तेमाल करके उसे केरल के एक इंजीनियरिंग कॉलेज में भेजते हैं। यहीं उसकी मुलाकात जॉय मर्सी से होती है, जिसका किरदार युक्ति ठारेजा ने निभाया है। उनकी दोस्ती धीरे-धीरे प्यार में बदल जाती है। लेकिन मर्सी को PTSD (पोस्ट-ट्रॉमेटिक स्ट्रेस डिसऑर्डर) है, जिसकी वजह से वह झूठ बर्दाश्त नहीं कर पाती। मर्सी की यह कंडीशन फिल्म में ह्यूमर और इमोशन दोनों लाती है और कहानी का अहम हिस्सा बनती है।
'के-रैंप' इस दिवाली बॉक्स ऑफिस पर कई फिल्मों से मुकाबला कर रही है। 'ड्यूड', 'तेलूसु कडा' और 'बिसन: कालमादान' जैसी फिल्में 17 अक्टूबर को रिलीज हो चुकी हैं। वहीं 'कांतारा चैप्टर 1' भी अभी सिनेमाघरों में छाई हुई है। ऐसे में 'के-रैंप' के लिए कड़ी टक्कर है। हालांकि, किरण की फिल्म अपनी यूथफुल एनर्जी, भरोसेमंद किरदारों और फेस्टिव फील के साथ दर्शकों का दिल जीतने की उम्मीद कर रही है। यह फिल्म इस सीजन की सबसे ज्यादा इंतजार की जाने वाली मनोरंजक फिल्मों में से एक है।
'के-रैंप' के मेकर्स ने इस बार थोड़ा हटकर फैसला लिया। जहां ज्यादातर फिल्में शुक्रवार को रिलीज होती हैं, वहीं 'के-रैंप' शनिवार को सिनेमाघरों में पहुंची। जब एक फैन ने एक्टर किरण अब्बावरम से इस बारे में पूछा, तो उन्होंने बताया कि यह एक 'पर्सनल सेंटीमेंट' यानी व्यक्तिगत भावना के चलते किया गया है। किरण ने कहा, "हमने यह कदम अपनी व्यक्तिगत भावना के कारण उठाया है।" उन्होंने यह भी बताया कि सोमवार को दिवाली होने के कारण, यह शनिवार की रिलीज फिल्म को फेस्टिव सीजन में अच्छी पकड़ बनाने में मदद करेगी। अगर फिल्म को शुरुआती दर्शकों से अच्छी प्रतिक्रिया मिलती है, तो यह लंबे वीकेंड का फायदा उठा सकती है और माउथ पब्लिसिटी से और भी ज्यादा कमाई कर सकती है।
यह फिल्म कुमार नाम के एक बिगड़ैल लड़के की कहानी है, जिसे किरण अब्बावरम ने निभाया है। कुमार EAMCET परीक्षा में फेल हो जाता है। उसके पिता अपनी दौलत का इस्तेमाल करके उसे केरल के एक इंजीनियरिंग कॉलेज में भेजते हैं। यहीं उसकी मुलाकात जॉय मर्सी से होती है, जिसका किरदार युक्ति ठारेजा ने निभाया है। उनकी दोस्ती धीरे-धीरे प्यार में बदल जाती है। लेकिन मर्सी को PTSD (पोस्ट-ट्रॉमेटिक स्ट्रेस डिसऑर्डर) है, जिसकी वजह से वह झूठ बर्दाश्त नहीं कर पाती। मर्सी की यह कंडीशन फिल्म में ह्यूमर और इमोशन दोनों लाती है और कहानी का अहम हिस्सा बनती है।
'के-रैंप' इस दिवाली बॉक्स ऑफिस पर कई फिल्मों से मुकाबला कर रही है। 'ड्यूड', 'तेलूसु कडा' और 'बिसन: कालमादान' जैसी फिल्में 17 अक्टूबर को रिलीज हो चुकी हैं। वहीं 'कांतारा चैप्टर 1' भी अभी सिनेमाघरों में छाई हुई है। ऐसे में 'के-रैंप' के लिए कड़ी टक्कर है। हालांकि, किरण की फिल्म अपनी यूथफुल एनर्जी, भरोसेमंद किरदारों और फेस्टिव फील के साथ दर्शकों का दिल जीतने की उम्मीद कर रही है। यह फिल्म इस सीजन की सबसे ज्यादा इंतजार की जाने वाली मनोरंजक फिल्मों में से एक है।
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