पटनाः बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के लिए मतदान चल रहा है, लेकिन राजनीतिक गलियारों में गरमाहट मतदान केंद्रों से कहीं अधिक है।
वोटिंग के बीच, मंगलवार सुबह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अचानक केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह के पटना आवास पर मुलाकात की। दोनों नेताओं ने एक बंद कमरे में लंबी बातचीत की।
नीतीश कुमार पहुंचे जेडीयू के 'वॉर रूम'
इसके तुरंत बाद, नीतीश कुमार जनता दल (यूनाइटेड) के कार्यालय में बने 'वॉर रूम' पहुंचे। उन्होंने वहां कार्यालय का निरीक्षण किया और एक बैठक की, जिसमें प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा और विजय चौधरी भी उपस्थित थे।
14 नवंबर को चुनाव नतीजे घोषित होने हैं। इससे पहले, राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के भीतर मुख्यमंत्री पद के चेहरे को लेकर लगातार सवाल उठते रहे हैं। इस पृष्ठभूमि में, नीतीश कुमार की यह मुलाकात जेडीयू खेमे की चिंता और साथ ही उनकी तैयारी दोनों का संकेत मानी जा रही है।
सीएम पद को लेकर असमंजस
मुख्यमंत्री पद को लेकर असमंजस तब शुरू हुआ जब गृह मंत्री अमित शाह ने एक इंटरव्यू में कहा कि चुनाव तो नीतीश कुमार के नेतृत्व में लड़ा जा रहा है, लेकिन नतीजों के बाद मुख्यमंत्री का फैसला विधायक दल करेगा। इस बयान से तुरंत यह सवाल उठने लगा कि क्या नीतीश कुमार ही अगले मुख्यमंत्री बनेंगे?
इस पर, केंद्रीय मंत्री और जेडीयू के पूर्व अध्यक्ष ललन सिंह ने स्पष्ट किया कि शाह की बात को गलत तरीके से प्रस्तुत किया जा रहा है। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि विधायक दल की ओर से नेता चुनना हमेशा से रही परंपरा है, और 2020 में भी नीतीश कुमार को इसी प्रक्रिया से नेता चुना गया था।
वोटिंग के बीच, मंगलवार सुबह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अचानक केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह के पटना आवास पर मुलाकात की। दोनों नेताओं ने एक बंद कमरे में लंबी बातचीत की।
नीतीश कुमार पहुंचे जेडीयू के 'वॉर रूम'
इसके तुरंत बाद, नीतीश कुमार जनता दल (यूनाइटेड) के कार्यालय में बने 'वॉर रूम' पहुंचे। उन्होंने वहां कार्यालय का निरीक्षण किया और एक बैठक की, जिसमें प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा और विजय चौधरी भी उपस्थित थे।
14 नवंबर को चुनाव नतीजे घोषित होने हैं। इससे पहले, राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के भीतर मुख्यमंत्री पद के चेहरे को लेकर लगातार सवाल उठते रहे हैं। इस पृष्ठभूमि में, नीतीश कुमार की यह मुलाकात जेडीयू खेमे की चिंता और साथ ही उनकी तैयारी दोनों का संकेत मानी जा रही है।
सीएम पद को लेकर असमंजस
मुख्यमंत्री पद को लेकर असमंजस तब शुरू हुआ जब गृह मंत्री अमित शाह ने एक इंटरव्यू में कहा कि चुनाव तो नीतीश कुमार के नेतृत्व में लड़ा जा रहा है, लेकिन नतीजों के बाद मुख्यमंत्री का फैसला विधायक दल करेगा। इस बयान से तुरंत यह सवाल उठने लगा कि क्या नीतीश कुमार ही अगले मुख्यमंत्री बनेंगे?
इस पर, केंद्रीय मंत्री और जेडीयू के पूर्व अध्यक्ष ललन सिंह ने स्पष्ट किया कि शाह की बात को गलत तरीके से प्रस्तुत किया जा रहा है। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि विधायक दल की ओर से नेता चुनना हमेशा से रही परंपरा है, और 2020 में भी नीतीश कुमार को इसी प्रक्रिया से नेता चुना गया था।
You may also like

मप्रः मुख्यमंत्री ने खरगोन को सर्वश्रेष्ठ जिला और कावेश्वर को सर्वश्रेष्ठ ग्राम पंचायत का राष्ट्रीय पुरस्कार मिलने पर दी बधाई

अगर आपके घरˈ में भी नहीं टिकता है धन, तो आजमाएं तुलसी के ये टोटके, नहीं होगी धन-धान्य की कमी﹒

शरीर के किसˈ हिस्से में खून नहीं पाया जाता है? क्या आप जानते हैं इन 25 सवालों के जवाब﹒

मंडप में पंडित जी बता रहे थे सात वचन, एक वचन पर अड़ गई दुल्हन, भरे समाज के सामने कह डाली दिल की बात

एक गाँव केˈ एक जमींदार ठाकुर बहुत वर्षों से बीमार थे। इलाज करवाते हुए कोई डॉक्टर कोई वैद्य नहीं छोड़ा कोई टोने टोटके करने वाला नहीं छोड़ा। लेकिन कहीं से भी थोड़ा सा भी आराम नहीं आया ! एक संत जी गाँव में आये उनके दर्शन करने वो ज़मींदार भी वहाँ गया और उन्हें प्रणाम किया। उसने बहुत दुखी मन से कहा – महात्मा﹒




