पंकज मिश्रा, हमीरपुरः उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले में मासूम बेटी के जन्मदिन की खुशियां मातम में बदल गई। बेटी के जन्मदिन पर केक काटने की तैयारी के बीच शराब के नशे में पिता ने कमरे में जाकर फांसी लगा ली जिससे उसकी मौत हो गई। इस घटना से मासूम बेटियां बदहवास है। परिजनों ने बिना पोस्टमॉर्टम कराए ही शव का अंतिम संस्कार कर दिया है।   
   
यह घटना हमीरपुर जिले के राठ कस्बे के सिकंदरपुरा मोहाल में हुई। बताते हैं कि संदीप (35) की बेटी वैष्णवी (8) का बर्थडे था। घर में बर्थडे का केक मंगवाया गया था। कमरे में केक काटने के लिए रखा गया था तभी शराब के नशे में संदीप घर पहुंचा जहां नशे में देख परिजन नाराज हो गए। मामूली नोंकझोंक के बाद संदीप अपने कमरे में जाकर दरवाजा अंदर से बंद कर लिया और उसने फांसी लगा ली। इधर वैष्णवी के जन्मदिन का केक काटने के लिए बच्चे पिता को बुलाने पहुंचे तो कमरे का दरवाजा अंदर से बंद होने पर वह लौट आए।
     
बताते है कि पत्नी पूनम ने कमरे का दरवाजा धक्का देकर खोला तो फांसी के फंदे पर लटकते पति को देख चीख पड़ी। चीख पुकार सुनकर परिवार के लोग और पड़ोसी मौके पर पहुंचे। आननफानन फांसी के फंदे से नीचे उतारकर संदीप को परिजन नजदीक के सरकारी अस्पताल ले गए जहां डॉक्टरों ने देखते ही मृत घोषित कर दिया।
     
इस घटना से मासूम पुत्री वैष्णवी और पलक बदहवास है। परिजनों ने पुलिस को सूचना दिए बिना ही शव का अंतिम संस्कार कर दिया है। राठ कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक अमित कुमार ने बताया कि परिजनों ने इस घटना की कोई सूचना कोतवाली में नहीं दी है। बावजूद मामले की जांच कराई जाएगी।
   
आठ माह पहले छोटे भाई ने फांसी लगाकर दी थी जान
मृतक संदीप के छोटे भाई सुनील ने आठ माह पहले घरेलू कलह के कारण फांसी लगाकर जान दी थी। मृतक के पिता सुरेन्द्र ने बताया कि उनके छोटे पुत्र सुनील इस साल 26 फरवरी को पत्नी से कहासुनी के बाद फांसी लगाई थी। अब बड़े बेटे ने भी फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। बताया कि छोटे भाई की मौत से बड़ा भाई संदीप मानसिक रूप से परेशान रहता था।
  
यह घटना हमीरपुर जिले के राठ कस्बे के सिकंदरपुरा मोहाल में हुई। बताते हैं कि संदीप (35) की बेटी वैष्णवी (8) का बर्थडे था। घर में बर्थडे का केक मंगवाया गया था। कमरे में केक काटने के लिए रखा गया था तभी शराब के नशे में संदीप घर पहुंचा जहां नशे में देख परिजन नाराज हो गए। मामूली नोंकझोंक के बाद संदीप अपने कमरे में जाकर दरवाजा अंदर से बंद कर लिया और उसने फांसी लगा ली। इधर वैष्णवी के जन्मदिन का केक काटने के लिए बच्चे पिता को बुलाने पहुंचे तो कमरे का दरवाजा अंदर से बंद होने पर वह लौट आए।
बताते है कि पत्नी पूनम ने कमरे का दरवाजा धक्का देकर खोला तो फांसी के फंदे पर लटकते पति को देख चीख पड़ी। चीख पुकार सुनकर परिवार के लोग और पड़ोसी मौके पर पहुंचे। आननफानन फांसी के फंदे से नीचे उतारकर संदीप को परिजन नजदीक के सरकारी अस्पताल ले गए जहां डॉक्टरों ने देखते ही मृत घोषित कर दिया।
इस घटना से मासूम पुत्री वैष्णवी और पलक बदहवास है। परिजनों ने पुलिस को सूचना दिए बिना ही शव का अंतिम संस्कार कर दिया है। राठ कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक अमित कुमार ने बताया कि परिजनों ने इस घटना की कोई सूचना कोतवाली में नहीं दी है। बावजूद मामले की जांच कराई जाएगी।
आठ माह पहले छोटे भाई ने फांसी लगाकर दी थी जान
मृतक संदीप के छोटे भाई सुनील ने आठ माह पहले घरेलू कलह के कारण फांसी लगाकर जान दी थी। मृतक के पिता सुरेन्द्र ने बताया कि उनके छोटे पुत्र सुनील इस साल 26 फरवरी को पत्नी से कहासुनी के बाद फांसी लगाई थी। अब बड़े बेटे ने भी फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। बताया कि छोटे भाई की मौत से बड़ा भाई संदीप मानसिक रूप से परेशान रहता था।
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