मनोज बाजपेयी और जिम सर्भ की फिल्म 'इंस्पेक्टर जेंडे' का मजेदार ट्रेलर रिलीज हो गया है। सच्ची घटनाओं से प्रेरित यह कहानी महाठग चार्ल्स शोभराज की करतूतों और इंस्पेक्टर मधुकर जेंडे पर आधारित है। हालांकि, फिल्म में उसे कार्ल भोजराज नाम दिया गया है। सबसे दिलचस्प बात यह है मनोज बाजपेयी इसमें 'द फैमिली मैन' वाले श्रीकांत तिवारी जैसी वाइव लेकर आए हैं। हां, इस बार उनके अंदाज में कॉमेडी ज्यादा है। ढाई मिनट के ट्रेलर के शुरुआती सेकेंड्स में ही इंस्पेक्टर मधुकर जेंडे अपने सीनियर अधिकारी से कहते हैं कि कार्ल अगर सांप है तो वह मुंबई पुलिस के मुंगूस (नेवला) हैं, वो भी बिना पूंछ के, दो टांगों वाले। यह फिल्म सीधे OTT पर रिलीज हो रही है।
यह कहानी उस दौर की है जब सीसीटीवी और साइबर फोरेंसिक का जमाना नहीं था। तब मुंबई में इंस्पेक्टर मधुकर जेंडे हुआ करते थे। एक ऐसा पुलिस अफसर जिसका तरीका भले ही सड़कछाप हो, लेकिन वह अपने काम में माहिर था। असंभव से दिखने मामलों को हिम्मत और जुगाड़ से सुलझाने वाले जेंडे के सामने कार्ल भोजराज को पकड़ने की जिम्मेदारी है। वह तिहाड़ जेल से फरार हो गया है। इंटरपोल का मोस्ट वांटेड है। और हां, जेंडे ने 15 साल पहले भी उसे पकड़ा था।
'इंस्पेक्टर जेंडे' का ट्रेलर
'जिस दिन ये पांडु अपने पे आ गया...'
'इंस्पेक्टर जेंडे' एक आम पुलिस अधिकारी की अविश्वसनीय यात्रा है, जो मायावी 'स्विमसूट किलर' कार्ल भोजराज का पता लगाने, उसे हथकड़ी पहनाने निकला है। ट्रेलर के अंत में जेंडे का किरदार कहता है कि मुंबई पुलिस को लोग पांडु कहकर बुलाते हैं। लेकिन जिस दिन ये पांडु अपने पे आ गया, तो अच्छे-अच्छों का नसीब उलट देता है।
'इंस्पेक्टर जेंडे' की कास्ट
चिन्मय डी. मंडलेकर के डायरेक्शन में बनी इस फिल्म में जहां मनोज बाजपेयी तेज-तर्रार इंस्पेक्टर जेंडे के लीड रोल में हैं, वहीं जिम सर्भ ने कार्ल भोजराज का किरदार निभाया है। चोर और पुलिस के बीच चूहे-बिल्ली का खेल है। साथ में सचिन खेडेकर और भालचंद्र कदम, हरीश दुधाड़े, ओंकार राउत, भरत सावले, नितिन भजन, गिरिजा ओक और वैभव मंगले जैसे दिग्गजों की फौज है। इस कलाकारों की आपसी केमेस्ट्री और मजाकिया बातचीत दिल जीतने वाला है।
'इंस्पेक्टर जेंडे' OTT रिलीज डेट: कब और कहां देखें
'इंस्पेक्टर जेंडे' नेटफ्लिक्स ऑरिजनल फिल्म है। यह अगले महीने 5 सितंबर को Netflix पर रिलीज हो रही है।
मनोज बाजपेयी बोले- ट्रेलर तो बस एक झलक, फिल्म दिल जीत लेगी
फिल्म के बारे में बात करते हुए मनोज बाजपेयी कहते हैं, 'इंस्पेक्टर जेंडे की जिस बात ने मुझे सबसे ज्यादा प्रभावित किया, वह यह थी कि वह शोहरत के पीछे नहीं भाग रहा। बस अपना काम कर रहा था, फिर भी उसने सबसे कुख्यात अपराधियों में से एक को दो बार पकड़ा। उसकी बहादुरी, हास्य और अनोखा अंदाज वाकई प्रेरणादायक है। इस किरदार से मिलकर ऐसा लगा जैसे मैं किसी कहानी की किताब में कदम रख रहा हूं, जहां जिंदगी भर की कहानियां हैं। ट्रेलर तो बस एक झलक है। यह फिल्म आपको सीधे उसके दिल में ले जाती है।'
डायरेक्टर ने कहा- जेंडे की कहानी में एंटरटेनमेंट के सारे तत्व हैं
दूसरी ओर, फिल्म के निर्देशक चिन्मय डी. मंडलेकर ने कहा, 'इंस्पेक्टर जेंडे के वास्तविक जीवन में एक मनोरंजक फिल्म के सभी तत्व मौजूद थे। एक जबरदस्त पुलिसवाला, एक चालाक खलनायक, और मुंबई का एक कभी ना भूल पाने वाला युग। लेकिन जो चीज मुझे सबसे ज्यादा याद रही, वह थी दोस्ती, छोटे-छोटे पल और इसमें शामिल लोगों की अजीबोगरीब हरकतें।'
यह कहानी उस दौर की है जब सीसीटीवी और साइबर फोरेंसिक का जमाना नहीं था। तब मुंबई में इंस्पेक्टर मधुकर जेंडे हुआ करते थे। एक ऐसा पुलिस अफसर जिसका तरीका भले ही सड़कछाप हो, लेकिन वह अपने काम में माहिर था। असंभव से दिखने मामलों को हिम्मत और जुगाड़ से सुलझाने वाले जेंडे के सामने कार्ल भोजराज को पकड़ने की जिम्मेदारी है। वह तिहाड़ जेल से फरार हो गया है। इंटरपोल का मोस्ट वांटेड है। और हां, जेंडे ने 15 साल पहले भी उसे पकड़ा था।
'इंस्पेक्टर जेंडे' का ट्रेलर
'जिस दिन ये पांडु अपने पे आ गया...'
'इंस्पेक्टर जेंडे' एक आम पुलिस अधिकारी की अविश्वसनीय यात्रा है, जो मायावी 'स्विमसूट किलर' कार्ल भोजराज का पता लगाने, उसे हथकड़ी पहनाने निकला है। ट्रेलर के अंत में जेंडे का किरदार कहता है कि मुंबई पुलिस को लोग पांडु कहकर बुलाते हैं। लेकिन जिस दिन ये पांडु अपने पे आ गया, तो अच्छे-अच्छों का नसीब उलट देता है।
'इंस्पेक्टर जेंडे' की कास्ट
चिन्मय डी. मंडलेकर के डायरेक्शन में बनी इस फिल्म में जहां मनोज बाजपेयी तेज-तर्रार इंस्पेक्टर जेंडे के लीड रोल में हैं, वहीं जिम सर्भ ने कार्ल भोजराज का किरदार निभाया है। चोर और पुलिस के बीच चूहे-बिल्ली का खेल है। साथ में सचिन खेडेकर और भालचंद्र कदम, हरीश दुधाड़े, ओंकार राउत, भरत सावले, नितिन भजन, गिरिजा ओक और वैभव मंगले जैसे दिग्गजों की फौज है। इस कलाकारों की आपसी केमेस्ट्री और मजाकिया बातचीत दिल जीतने वाला है।
'इंस्पेक्टर जेंडे' OTT रिलीज डेट: कब और कहां देखें
'इंस्पेक्टर जेंडे' नेटफ्लिक्स ऑरिजनल फिल्म है। यह अगले महीने 5 सितंबर को Netflix पर रिलीज हो रही है।
मनोज बाजपेयी बोले- ट्रेलर तो बस एक झलक, फिल्म दिल जीत लेगी
फिल्म के बारे में बात करते हुए मनोज बाजपेयी कहते हैं, 'इंस्पेक्टर जेंडे की जिस बात ने मुझे सबसे ज्यादा प्रभावित किया, वह यह थी कि वह शोहरत के पीछे नहीं भाग रहा। बस अपना काम कर रहा था, फिर भी उसने सबसे कुख्यात अपराधियों में से एक को दो बार पकड़ा। उसकी बहादुरी, हास्य और अनोखा अंदाज वाकई प्रेरणादायक है। इस किरदार से मिलकर ऐसा लगा जैसे मैं किसी कहानी की किताब में कदम रख रहा हूं, जहां जिंदगी भर की कहानियां हैं। ट्रेलर तो बस एक झलक है। यह फिल्म आपको सीधे उसके दिल में ले जाती है।'
डायरेक्टर ने कहा- जेंडे की कहानी में एंटरटेनमेंट के सारे तत्व हैं
दूसरी ओर, फिल्म के निर्देशक चिन्मय डी. मंडलेकर ने कहा, 'इंस्पेक्टर जेंडे के वास्तविक जीवन में एक मनोरंजक फिल्म के सभी तत्व मौजूद थे। एक जबरदस्त पुलिसवाला, एक चालाक खलनायक, और मुंबई का एक कभी ना भूल पाने वाला युग। लेकिन जो चीज मुझे सबसे ज्यादा याद रही, वह थी दोस्ती, छोटे-छोटे पल और इसमें शामिल लोगों की अजीबोगरीब हरकतें।'
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