चंडीगढ़: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रचारक रहने के बाद बीजेपी में आए केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने बड़ी लकीर खींच दी हैं। हरियाणा के दो बार मुख्यमंत्री रहे मनोहर लाल ने अपने पैतृक घर को दान करने का फैसला किया है। गुरुवार को उन्होंने गांव में पैतृक तौर पर मिली डेढ़ एकड़ जमीन भी बेच दी। केंद्रीय मंत्री ने जमीन बेचने के बाद मिलने वाली धनराशि को प्रधानमंत्री राहत कोष में जमा करने का फैसला किया है। एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि केंद्रीय ऊर्जा एवं शहरी आवासन मंत्री ने अपने पुश्तैनी गांव बनियानी में करीब डेढ़ एकड़ जमीन बेच दी है। वह इससे मिली धनराशि प्रधानमंत्री राहत कोष में जमा करेंगे। गांव बनियानी में मनोहर लाल की पुश्तैनी जमीन में से करीब डेढ़ एकड़ उनके हिस्से में आई थी। मनोहर लाल को यह जमीन बेचने पर करीब एक करोड़ रुपए मिले हैं।
अविवाहित हैं मनोहर लाल
हरियाणा के पूर्व सीएम और वर्तमान में केंद्रीय मंत्री अलावा मनोहर लाल ने अपना पुश्तैनी घर मां शांति देवी पुस्तकालय के नाम पर दान करने का ऐलान किया है। मनोहर लाल के इस आवास को पुस्तकालय में बदला जाएगा जहां ग्रामीण अंचल के बच्चों को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने के लिए अनुकूल माहौल मिलेगा। 71 साल के मनोहर लाल अविवाहित हैं। उनका जन्म 5 मई, 1954 को रोहतक के बनियानी गांव में हुआ था। तब यह हिस्सा पंजाब में आता था। इसके बाद हरियाणा राज्य बनने पर यह हिस्सा नए राज्य में आ गया। दिल्ली यूनिवर्सिटी से पढ़ने वाले मनोहर लाल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विश्वासपात्र माना जाता है। मनोहर लाल ने पैतृक जमीन बेचकर मिलने वाली धनराशि को पीएम राहत कोष देने का फैसला ऐसे वक्त पर लिया है जब नेताओं और अधिकारियों की अकूत संपत्ति पर सवाल खड़ हो रहे हैं। मनोहर लाल अविवाहित हैं। उन्होंने शादी नहीं की थी।
अविवाहित हैं मनोहर लाल
हरियाणा के पूर्व सीएम और वर्तमान में केंद्रीय मंत्री अलावा मनोहर लाल ने अपना पुश्तैनी घर मां शांति देवी पुस्तकालय के नाम पर दान करने का ऐलान किया है। मनोहर लाल के इस आवास को पुस्तकालय में बदला जाएगा जहां ग्रामीण अंचल के बच्चों को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने के लिए अनुकूल माहौल मिलेगा। 71 साल के मनोहर लाल अविवाहित हैं। उनका जन्म 5 मई, 1954 को रोहतक के बनियानी गांव में हुआ था। तब यह हिस्सा पंजाब में आता था। इसके बाद हरियाणा राज्य बनने पर यह हिस्सा नए राज्य में आ गया। दिल्ली यूनिवर्सिटी से पढ़ने वाले मनोहर लाल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विश्वासपात्र माना जाता है। मनोहर लाल ने पैतृक जमीन बेचकर मिलने वाली धनराशि को पीएम राहत कोष देने का फैसला ऐसे वक्त पर लिया है जब नेताओं और अधिकारियों की अकूत संपत्ति पर सवाल खड़ हो रहे हैं। मनोहर लाल अविवाहित हैं। उन्होंने शादी नहीं की थी।
You may also like
हिमाचल के सोलन में दर्दनाक हादसा, ट्रक के खाई में गिरने से ड्राइवर समेत 2 लोगों की मौत, 3 घायल
अलौली विधानसभा: पासवान परिवार का गढ़, बेरोजगारी और विकास बड़ा मुद्दा
आईजी ऑफिस में एक पुलिसकर्मी ने अपनी ही पत्नी को डंडों से बेरहमी से पीटा
अमेरिका अपना समर्थन वापस ले लेगा... इजरायल पर बुरे भड़के डोनाल्ड ट्रंप, दोस्ती तोड़ने की दी धमकी
पाकिस्तान ने भारत में होने वाले पुरुष जूनियर विश्व कप हॉकी से नाम वापस लिया: रिपोर्ट