Next Story
Newszop

Karnataka Janeu Controversy: कर्नाटक में तीन और ब्राह्मण छात्रों के 'जनेऊ' काटे, CET परीक्षा केंद्रों पर नहीं थम रहा विवाद

Send Push
बेंगलुरु: कर्नाटक में इंजीनियरिंग और अन्य फैकल्टी के लिए सामान्य प्रवेश परीक्षा (सीईटी) के दौरान शिवमोगा में एक छात्र का 'जनेऊ' अपवित्र करने की घटना के बीच तीन और नए मामले सामने आए हैं। कर्नाटक के बीदर, गडग और धारवाड़ में तीन और छात्रों को 'जनेऊ' उतारने के लिए मजबूर किया गया है। तीन ब्राह्मण छात्रों ने अब आरोप लगाया है कि या तो उन्हें परीक्षा हॉल में प्रवेश नहीं करने दिया गया या फिर परीक्षा से पहले ही उनके जनेऊ उतारने के लिए उन्हें मजबूर किया गया। एक छात्र ने धारवाड़ में संवाददाताओं से कहा कि इस घटना के बाद मैं इतना परेशान हो गया था कि मैं परीक्षा पर ध्यान केंद्रित नहीं कर सका। जनेऊ उतारने को कहने के आरोप में मामला दर्जउधर, कर्नाटक के शिवमोगा में सीईटी परीक्षा केंद्र आदिचुंचनगिरि पीयू कॉलेज में छात्रों से परीक्षा कक्ष में प्रवेश करने से पहले उन्हें 'जनिवार' (जनेऊ) उतारने के लिए कहने के आरोप में अधिकारियों के खिलाफ एक मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने बताया कि परीक्षा केंद्र पर तैनात दो होमगार्ड को इस सिलसिले में निलंबित कर दिया गया है, जिन्होंने छात्रों से जनेऊ उतारने को कहा था। यह मामला ‘कर्नाटक ब्राह्मण सभा’ के सदस्य नटराज भागवत की शिकायत के बाद शुक्रवार को दर्ज किया गया। पुलिस ने दर्ज किया केसपुलिस के अनुसार आरोपी के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 115 (2) (स्वेच्छा से चोट पहुंचाना), 299 (जानबूझकर और दुर्भावनापूर्ण कार्य, किसी भी वर्ग की धार्मिक भावनाओं को उसके धर्म या धार्मिक विश्वासों का अपमान करके अपमानित करने का इरादा), 351 (1) (आपराधिक धमकी), 352 (शांति भंग करने के इरादे से जानबूझकर अपमान करना) और 3(5) (सामान्य इरादा) के तहत मामला दर्ज किया गया है। दो होमगार्ड निलंबितशिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि घटना जिला प्रशासन के संज्ञान में लाये जाने के बावजूद संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कोई कानूनी कार्रवाई नहीं की गई तथा छात्रों से परीक्षा कक्ष में प्रवेश करने से पहले ‘जनिवार’ हटाने के लिए कहे जाने से छात्रों के साथ-साथ समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंची है। जिला प्रभारी मंत्री मधु बंगारप्पा के निर्देश के बाद शिवमोगा के उपायुक्त गुरुदत्त हेगड़े ने दो होमगार्ड को निलंबित कर दिया और सीईटी आयोजित करने वाले कर्नाटक परीक्षा प्राधिकरण को एक रिपोर्ट सौंप दी गई है। शिक्षामंत्री ने दिया कार्रवाई का भरोसाइस घटना से विवाद पैदा हो गया। इसके बाद राज्य के उच्च शिक्षा मंत्री एम सी सुधाकर ने आश्वासन दिया कि घटना के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। व्यावसायिक पाठ्यक्रमों में प्रवेश के वास्ते छात्रों के चयन के लिए ‘समान प्रवेश परीक्षा’ (सीईटी) आयोजित की जाती है। पुलिस ने बताया कि बुधवार को आदिचुंचनगिरि पीयू कॉलेज परीक्षा केंद्र में सुरक्षा कर्मचारियों ने तीन छात्रों से कथित तौर पर ‘जनिवार’ उतारने को कहा। एक छात्र ने जनेऊ उतारने से इनकार कर दिया और उसे परीक्षा में बैठने की अनुमति दी गई, जबकि अन्य दो ने परीक्षा हॉल में प्रवेश करने से पहले इसे उतार दिया। पुलिस ने क्या कहा?पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि प्रारंभिक जांच के अनुसार, जब हमने कॉलेज अधिकारियों से पूछताछ की तो उन्होंने कहा कि उनकी ओर से केवल परीक्षा के लिए भवन दिया गया है और प्रवेश परीक्षा आयोजित करने या अन्य सुविधा प्रदान करने में उनकी कोई भूमिका नहीं है, वहीं परीक्षा केंद्र के कर्मचारियों ने दावा किया कि उन्होंने किसी भी छात्र से अपनी शर्ट या जनेऊ उतारने के लिए नहीं कहा। नियमानुसार, उन्होंने केवल छात्रों से काशी धारा (कलावा) उतारने के लिए कहा था। उन्होंने कहा कि ये ऐसे आरोप हैं जिनकी पुष्टि की जानी चाहिए और इसके लिए विस्तृत जांच की जा रही है।
Loving Newspoint? Download the app now