नई दिल्लीः मुंबई से दिल्ली तक देश विरोधी जासूसी की साजिश में पकड़े गए आदिल हुसैनी और उसके भाई अख्तर के बाद तीन संदिग्धों की तलाश है। ये तीनों संदिग्ध मुंबई क्राइम ब्रांच और दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल के रडार पर है। आईबी के इनपुट पर पकड़े गए दोनों आरोपियों के नेटवर्क को पुलिस खंगाल रही है। स्पेशल सेल की गिरफ्त में आया आदिल 7 दिन की रिमांड पर है। हालांकि स्पेशल सेल के आला अफसरों ने बुधवार को सिर्फ इतना बताया कि आदिल के बारे में जांच चल रही है, पता लगा रहे है कि उसने कहां-कहां की संवेदनशील जानकारियां विदेशी खुफिया एजेंसियों को साझा की है।   
   
नकली पासपोर्ट से विदेश यात्रा कर चुकापुलिस यह भी पता लगा रही है कि आखिर आदिल सीमापुरी में किस मकसद से आया था। अभी तक की जांच में सामने आया कि दोनों भाई नकली पहचान पत्र के आधार पर
पासपोर्ट बनाकर बड़ी संख्या में लोगों को खाड़ी देशों में भेज रहे थे। यहां तक कि अख्तर भी कई बार नकली पासपोर्ट से विदेश यात्रा कर चुका है। उसके पास अलेक्जेंडर के नाम से दो पासपोर्ट मिले हैं। दिलचस्प यह कि स्पेशल सेल ने जिस आदिल को पकड़ा है। उसे मृत बताया गया था।
   
दिल्ली में किया गया गिरफ्तारमुंबई में फर्जी वैज्ञानिक बनकर विदेश यात्रा करने वाले अख्तर ने अपने भाई आदिल को खुद 'मृत' घोषित कर दिया था। जिसे अब दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, आदिल एक विदेशी-आधारित परमाणु वैज्ञानिक के संपर्क में था और पाकिस्तान सहित कई देशों की यात्रा कर चुका था। उस पर एक संवेदनशील संस्थान के तीन फर्जी पहचान पत्र प्राप्त करने का भी आरोप है।
  
नकली पासपोर्ट से विदेश यात्रा कर चुकापुलिस यह भी पता लगा रही है कि आखिर आदिल सीमापुरी में किस मकसद से आया था। अभी तक की जांच में सामने आया कि दोनों भाई नकली पहचान पत्र के आधार पर
पासपोर्ट बनाकर बड़ी संख्या में लोगों को खाड़ी देशों में भेज रहे थे। यहां तक कि अख्तर भी कई बार नकली पासपोर्ट से विदेश यात्रा कर चुका है। उसके पास अलेक्जेंडर के नाम से दो पासपोर्ट मिले हैं। दिलचस्प यह कि स्पेशल सेल ने जिस आदिल को पकड़ा है। उसे मृत बताया गया था।
दिल्ली में किया गया गिरफ्तारमुंबई में फर्जी वैज्ञानिक बनकर विदेश यात्रा करने वाले अख्तर ने अपने भाई आदिल को खुद 'मृत' घोषित कर दिया था। जिसे अब दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, आदिल एक विदेशी-आधारित परमाणु वैज्ञानिक के संपर्क में था और पाकिस्तान सहित कई देशों की यात्रा कर चुका था। उस पर एक संवेदनशील संस्थान के तीन फर्जी पहचान पत्र प्राप्त करने का भी आरोप है।
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