ढाका: बांग्लादेश की राजधानी ढाका के एक होटल में 50 साल के अमेरिकी सैन्य अधिकारी टेरेंस अर्वेल "टीजे" जैक्सन की मौत के बाद बवाल मचा हुआ है। सोशल मीडिया पर अलग-अलग दावे किए जा रहे हैं। इसका प्रमुख कारण न केवल बांग्लादेश में उनके काम को लेकर बरती गई गोपनीयता है, बल्कि इस अस्थिर देश में नाटकीय सत्ता परिवर्तन के बाद शासन पर अमेरिका की बढ़ती पकड़ भी है। कुछ यूजर्स का कहना है कि टीजे जैक्शन किसी हाई प्रोफाइल हत्या के सिलसिले में ढाका पहुंचे थे, लेकिन इस दावे के समर्थन में अभी तक कोई सबूत नहीं मिला है। इसके बावजूद इस अमेरिकी सैन्य अधिकारी की मौत ने बांग्लादेश में अमेरिका की बढ़ती सैन्य मौजूदगी चिंता की बात है।
ढाका के होटल में बेहोश मिले थे टीजे जैक्सन
द संडे गार्जियन की रिपोर्ट के अनुसार, टीजे जैक्सन अमेरिकी सेना के विशेष अभियान कमान के मुख्यालय फोर्ट लिबर्टी के पास उत्तरी कैरोलिना के रायफोर्ड में रहते थे। वह 31 अगस्त 2025 की सुबह ढाका के द वेस्टिन के कमरा नंबर 808 में बेहोश पाए गए थे। अधिकारियों ने बताया कि वह "व्यापार के सिलसिले में बांग्लादेश में कई महीने" रहने के बाद दो दिन पहले ही होटल में आए थे। होटल के सीसीटीवी फुटेज में कोई अनियमित गतिविधि नहीं दिखी, और उनका शव स्थानीय पोस्टमार्टम के बिना ही ढाका स्थित अमेरिकी दूतावास को सौंप दिया गया। अधिकारियों ने प्रारंभिक कारण प्राकृतिक बताया है।
कोई साधारण सैनिक नहीं थे टीजे जैक्सन
द संडे गार्जियन ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि जैक्सन कोई साधारण सैनिक नहीं थे। जैक्सन के नाम से एक लिंक्डइन प्रोफ़ाइल भी है, जिनमें अमेरिकी सेना में उनके दो दशकों से अधिक के करियर का उल्लेख है। इस दौरान उन्होंने एशिया थिएटर में कई युद्धक तैनाती और अस्थायी ड्यूटी असाइनमेंट के साथ-साथ उन्नत कमांड भूमिकाएं भी निभाई है। उन्होंने अपनी वर्तमान स्थिति को अमेरिका के ग्रीन बेरेट्स की सर्वोच्च प्रशासनिक और निगरानी शाखा, प्रथम विशेष बल कमान (एयरबोर्न) के कमांड इंस्पेक्टर जनरल के रूप में बताया है। उनकी पूर्व विशेषज्ञताओं में इन्फैंट्री ऑफिसर (11A) और स्पेशल फोर्स ऑफिसर (18A) शामिल थे—जिन क्षेत्रों के लिए उच्च योग्यता और नेतृत्व प्रमाणन की आवश्यकता होती है।
टीजे जैक्सन का सोशल मीडिया अकाउंट मौत के बाद भी एक्टिव
इसी प्रोफाइल में द सिटाडेल से ग्रेजुएशन की डिग्री और नेवल पोस्टग्रेजुएट स्कूल से रक्षा विश्लेषण में मास्टर डिग्री (2016-2019) का उल्लेख है। हालांकि, द संडे गार्जियन ने पुष्टि की है कि 31 अगस्त को उनकी कथित मृत्यु के बाद भी यह अकाउंट हफ्तों तक सक्रिय रहा, जिससे यह सवाल उठता है कि क्या यह प्रोफाइल उनके द्वारा या किसी अन्य व्यक्ति द्वारा संचालित की जा रही थी। इस अनिश्चितता के कारण उनके सोशल मीडिया अकाउंट से दी गई जानकारी पर भरोसा नहीं किया जा रहा ै।
अमेरिकी सेना ने टीजे जैक्सन की मौत पर क्या कहा
सितंबर की शुरुआत में, अमेरिकी सेना के विशेष अभियान कमान (USASOC) के एक प्रवक्ता ने कहा कि "कमान में तैनात सभी वर्तमान सेवारत कर्मी मौजूद हैं और उनका पता चल गया है।" इसका अर्थ यह है कि जैक्सन और ढाका में मारे गए व्यक्ति का लिंक्डइन प्रोफाइल एक ही व्यक्ति का नहीं हो सकता है। अमेरिकी सेना ने आगे कहा है कि ढाका में उसका कोई अभियान नहीं चल रहा था।"
बांग्लादेश में क्या कर रहे थे टीजे जैक्सन
टीजे जैक्सन के एक करीबी दोस्त ने ऑनलाइन पोस्ट कर उन्हें श्रद्धांजलि दी है। उन्होंने टीजे जैक्सन को शांत, एनॉलेटिक्स और रेडियो-कंट्रोल्ड एविएशन के प्रति जुनूनी बताया है। इसमें यह भी बताया है कि वे एविएशन सिस्टम से जुड़े एक असाइनमेंट पर कई महीनों से बांग्लादेश में थे। पोस्ट में उनकी मृत्यु की तारीख 31 अगस्त बताई गई थी और याद दिलाया गया था कि वे दो साल के भीतर रिटायर होने की तैयारी कर रहे थे। श्रद्धांजलि में शेयर की गई तस्वीर उस अधिकारी से मेल खाती है जिसकी लिंक्डइन प्रोफाइल का मीडिया रिपोर्टों में उल्लेख किया जा रहा है।
ढाका के होटल में बेहोश मिले थे टीजे जैक्सन
द संडे गार्जियन की रिपोर्ट के अनुसार, टीजे जैक्सन अमेरिकी सेना के विशेष अभियान कमान के मुख्यालय फोर्ट लिबर्टी के पास उत्तरी कैरोलिना के रायफोर्ड में रहते थे। वह 31 अगस्त 2025 की सुबह ढाका के द वेस्टिन के कमरा नंबर 808 में बेहोश पाए गए थे। अधिकारियों ने बताया कि वह "व्यापार के सिलसिले में बांग्लादेश में कई महीने" रहने के बाद दो दिन पहले ही होटल में आए थे। होटल के सीसीटीवी फुटेज में कोई अनियमित गतिविधि नहीं दिखी, और उनका शव स्थानीय पोस्टमार्टम के बिना ही ढाका स्थित अमेरिकी दूतावास को सौंप दिया गया। अधिकारियों ने प्रारंभिक कारण प्राकृतिक बताया है।
कोई साधारण सैनिक नहीं थे टीजे जैक्सन
द संडे गार्जियन ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि जैक्सन कोई साधारण सैनिक नहीं थे। जैक्सन के नाम से एक लिंक्डइन प्रोफ़ाइल भी है, जिनमें अमेरिकी सेना में उनके दो दशकों से अधिक के करियर का उल्लेख है। इस दौरान उन्होंने एशिया थिएटर में कई युद्धक तैनाती और अस्थायी ड्यूटी असाइनमेंट के साथ-साथ उन्नत कमांड भूमिकाएं भी निभाई है। उन्होंने अपनी वर्तमान स्थिति को अमेरिका के ग्रीन बेरेट्स की सर्वोच्च प्रशासनिक और निगरानी शाखा, प्रथम विशेष बल कमान (एयरबोर्न) के कमांड इंस्पेक्टर जनरल के रूप में बताया है। उनकी पूर्व विशेषज्ञताओं में इन्फैंट्री ऑफिसर (11A) और स्पेशल फोर्स ऑफिसर (18A) शामिल थे—जिन क्षेत्रों के लिए उच्च योग्यता और नेतृत्व प्रमाणन की आवश्यकता होती है।
टीजे जैक्सन का सोशल मीडिया अकाउंट मौत के बाद भी एक्टिव
इसी प्रोफाइल में द सिटाडेल से ग्रेजुएशन की डिग्री और नेवल पोस्टग्रेजुएट स्कूल से रक्षा विश्लेषण में मास्टर डिग्री (2016-2019) का उल्लेख है। हालांकि, द संडे गार्जियन ने पुष्टि की है कि 31 अगस्त को उनकी कथित मृत्यु के बाद भी यह अकाउंट हफ्तों तक सक्रिय रहा, जिससे यह सवाल उठता है कि क्या यह प्रोफाइल उनके द्वारा या किसी अन्य व्यक्ति द्वारा संचालित की जा रही थी। इस अनिश्चितता के कारण उनके सोशल मीडिया अकाउंट से दी गई जानकारी पर भरोसा नहीं किया जा रहा ै।
अमेरिकी सेना ने टीजे जैक्सन की मौत पर क्या कहा
सितंबर की शुरुआत में, अमेरिकी सेना के विशेष अभियान कमान (USASOC) के एक प्रवक्ता ने कहा कि "कमान में तैनात सभी वर्तमान सेवारत कर्मी मौजूद हैं और उनका पता चल गया है।" इसका अर्थ यह है कि जैक्सन और ढाका में मारे गए व्यक्ति का लिंक्डइन प्रोफाइल एक ही व्यक्ति का नहीं हो सकता है। अमेरिकी सेना ने आगे कहा है कि ढाका में उसका कोई अभियान नहीं चल रहा था।"
बांग्लादेश में क्या कर रहे थे टीजे जैक्सन
टीजे जैक्सन के एक करीबी दोस्त ने ऑनलाइन पोस्ट कर उन्हें श्रद्धांजलि दी है। उन्होंने टीजे जैक्सन को शांत, एनॉलेटिक्स और रेडियो-कंट्रोल्ड एविएशन के प्रति जुनूनी बताया है। इसमें यह भी बताया है कि वे एविएशन सिस्टम से जुड़े एक असाइनमेंट पर कई महीनों से बांग्लादेश में थे। पोस्ट में उनकी मृत्यु की तारीख 31 अगस्त बताई गई थी और याद दिलाया गया था कि वे दो साल के भीतर रिटायर होने की तैयारी कर रहे थे। श्रद्धांजलि में शेयर की गई तस्वीर उस अधिकारी से मेल खाती है जिसकी लिंक्डइन प्रोफाइल का मीडिया रिपोर्टों में उल्लेख किया जा रहा है।
You may also like

सबसे बड़े मुस्लिम देश की यात्रा पर CDS अनिल चौहान, जानें क्यों अहम ये दौरा

दिल्ली : लक्ष्मीबाई कॉलेज की छात्रा पर एसिड अटैक, एबीवीपी ने की दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग

क्या US में भारतीय वर्कर्स से ज्यादा सैलरी पाते हैं अमेरिकी? यहां जानें दोनों की कमाई में अंतर

सैफ सीनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप: भारत 20 स्वर्ण पदकों के साथ पदक तालिका में शीर्ष पर

खरना पूजन के साथ छठव्रतियों का 36 घंटे का निर्जला उपवास शुरु, 27 को पहला अर्घ्य




