वॉशिंगटन/दमस्कस: अमेरिका ने सीरिया के राष्ट्रपति अहमद अल-शरा यानि अबू जोलानी को ग्लोबल टेरेरिस्ट की लिस्ट से बाहर कर दिया है। रिपोर्ट के मुताबिक, अगले हफ्ते अहमद अल-शरा की डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात की तैयारी चल रही है और उसे पहले उसका नाम "आतंकवादी" प्रतिबंध सूची से हटा दिया गया है। अमेरिकी वित्त विभाग ने अल-कायदा से जुड़े पूर्व लड़ाके अल-शरा को शुक्रवार को विशेष रूप से नामित वैश्विक आतंकवादी सूची से हटा दिया। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने भी गुरुवार को अल-शरा को एक बड़े पैमाने पर प्रतीकात्मक प्रतिबंध सूची से हटा दिया है।
अल-शरा को आतंकवाक सूची से आधिकारिक तौर पर हटाना, पिछले कई सालों के विनाशकारी गृहयुद्ध और दिसंबर 2024 में पूर्व नेता बशर अल-असद के सत्ता से हटने के बाद, सीरिया के आर्थिक और राजनीतिक एकीकरण की दिशा में संभावित बाधाओं को दूर करने के लिए उठाया गया कदम माना जा रहा है। वाशिंगटन और संयुक्त राष्ट्र ने अल-कायदा से जुड़े एक पूर्व लड़ाके, लेकिन अब सीरिया के गृह मंत्री के रूप में काम करने वाले, अनस हसन खत्ताब को भी आतंकवादी सूची से हटा दिया है।
अहमद अल-शरा का नाम आतंकी लिस्ट से हटा
आपको बता दें कि अहमद अल-शरा, जो कभी अल-कायदा से जुड़े लड़ाके रहे हैं, अब वो सीरिया के राष्ट्रपति बन चुके हैं। अमेरिकी राजदूत माइक वाल्ट्ज ने संयुक्त राष्ट्र में अपने बयान में कहा, "इस प्रस्ताव के जरिए परिषद यह स्पष्ट संदेश दे रही है कि दिसंबर 2024 में असद और उनके सहयोगियों के पतन के बाद सीरिया एक नए युग में प्रवेश कर चुका है।" वाल्ट्ज ने कहा कि यह फैसला सीरिया की राजनीतिक और आर्थिक पुनर्निर्माण प्रक्रिया के लिए जरूरी है और इससे देश को वैश्विक अर्थव्यवस्था से जुड़ने में मदद मिलेगी। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप 10 नवंबर को वाइट हाउस में अल-शरा की मेजबानी करेंगे। वह इस यात्रा पर आने वाले पहले सीरियाई राष्ट्रपति होंगे।
इससे पहले इसी साल ट्रंप ने मई में सऊदी अरब में एक शिखर सम्मेलन के दौरान पहली बार अल-शरा से मुलाकात की थी, जहां उन्होंने असद शासन के दौरान सीरिया पर लगाए गए कुछ अमेरिकी प्रतिबंधों को समाप्त करने की घोषणा की थी। कुछ विश्लेषकों का कहना था कि इन प्रतिबंधों से सीरिया के लिए अपनी अर्थव्यवस्था का पुनर्निर्माण करना मुश्किल हो जाता। वहीं, अमेरिकी कांग्रेस ने कहा है कि वह सीरिया पर लगे अतिरिक्त प्रतिबंधों को हटाने के लिए काम कर रही है। सीनेट की विदेश संबंध समिति ने संयुक्त राष्ट्र के प्रतिबंधों को हटाने का स्वागत किया है और कहा है कि अब समय आ गया है कि “सीरियाई अर्थव्यवस्था को 21वीं सदी में लाया जाए।”
अल-शरा को आतंकवाक सूची से आधिकारिक तौर पर हटाना, पिछले कई सालों के विनाशकारी गृहयुद्ध और दिसंबर 2024 में पूर्व नेता बशर अल-असद के सत्ता से हटने के बाद, सीरिया के आर्थिक और राजनीतिक एकीकरण की दिशा में संभावित बाधाओं को दूर करने के लिए उठाया गया कदम माना जा रहा है। वाशिंगटन और संयुक्त राष्ट्र ने अल-कायदा से जुड़े एक पूर्व लड़ाके, लेकिन अब सीरिया के गृह मंत्री के रूप में काम करने वाले, अनस हसन खत्ताब को भी आतंकवादी सूची से हटा दिया है।
अहमद अल-शरा का नाम आतंकी लिस्ट से हटा
आपको बता दें कि अहमद अल-शरा, जो कभी अल-कायदा से जुड़े लड़ाके रहे हैं, अब वो सीरिया के राष्ट्रपति बन चुके हैं। अमेरिकी राजदूत माइक वाल्ट्ज ने संयुक्त राष्ट्र में अपने बयान में कहा, "इस प्रस्ताव के जरिए परिषद यह स्पष्ट संदेश दे रही है कि दिसंबर 2024 में असद और उनके सहयोगियों के पतन के बाद सीरिया एक नए युग में प्रवेश कर चुका है।" वाल्ट्ज ने कहा कि यह फैसला सीरिया की राजनीतिक और आर्थिक पुनर्निर्माण प्रक्रिया के लिए जरूरी है और इससे देश को वैश्विक अर्थव्यवस्था से जुड़ने में मदद मिलेगी। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप 10 नवंबर को वाइट हाउस में अल-शरा की मेजबानी करेंगे। वह इस यात्रा पर आने वाले पहले सीरियाई राष्ट्रपति होंगे।
इससे पहले इसी साल ट्रंप ने मई में सऊदी अरब में एक शिखर सम्मेलन के दौरान पहली बार अल-शरा से मुलाकात की थी, जहां उन्होंने असद शासन के दौरान सीरिया पर लगाए गए कुछ अमेरिकी प्रतिबंधों को समाप्त करने की घोषणा की थी। कुछ विश्लेषकों का कहना था कि इन प्रतिबंधों से सीरिया के लिए अपनी अर्थव्यवस्था का पुनर्निर्माण करना मुश्किल हो जाता। वहीं, अमेरिकी कांग्रेस ने कहा है कि वह सीरिया पर लगे अतिरिक्त प्रतिबंधों को हटाने के लिए काम कर रही है। सीनेट की विदेश संबंध समिति ने संयुक्त राष्ट्र के प्रतिबंधों को हटाने का स्वागत किया है और कहा है कि अब समय आ गया है कि “सीरियाई अर्थव्यवस्था को 21वीं सदी में लाया जाए।”
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