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एक नई सुबह, एक नया शहर: उत्तर प्रदेश में बसने जा रहा है 'ग्रेटर गाज़ियाबाद'

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उत्तर प्रदेश में रहने वालों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है! योगी सरकार लोगों के जीवन को और बेहतर बनाने के लिए एक नया कदम उठा रही है। अब यहाँ एक बिल्कुल नया शहर बसाने की योजना पर काम शुरू हो चुका है। इस नए शहर के बनने से न सिर्फ़ विकास की रफ़्तार तेज़ होगी,बल्कि आम लोगों को भी कई तरह के फ़ायदे मिलेंगे। चलिए,जानते हैं इस नए शहर के बारे में सब कुछ,बिल्कुल आसान भाषा में।क्या नाम होगा इस नए शहर का?उत्तर प्रदेश की ज़मीन पर एक और नया और आधुनिक शहर आकार लेने जा रहा है। इसका नाम होगा'ग्रेटर गाज़ियाबाद'। यह कोई छोटी-मोटी परियोजना नहीं है,बल्कि एक बहुत बड़ा सपना है जिसे हकीकत में बदलने की तैयारी चल रही है। इसके लिए मुरादनगर इलाके के आस-पास के20गाँवों को चुना गया है। बताया जा रहा है कि इस नए शहर में175वार्ड बनाए जाएँगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के आदेश के बाद सभी सरकारी विभाग इस काम में जुट गए हैं।सिर्फ़ शहर नहीं,उम्मीदें भी बसेंगीइस योजना का मक़सद सिर्फ़ एक और शहर बनाना नहीं है,बल्कि लोगों के लिए रोजगार के नए दरवाज़े खोलना भी है। जब नया शहर बसेगा,तो वहाँ नए काम-धंधे भी शुरू होंगे। इससे लोगों की आमदनी बढ़ेगी और उनका जीवन स्तर सुधरेगा।‘ग्रेटर गाज़ियाबाद’के निर्माण में मुरादनगर के साथ-साथ खोड़ा,लोनी और डासना जैसे क्षेत्रों को भी शामिल करने की योजना है। शुरुआत में13गाँव जोड़ने की बात थी,लेकिन अब सर्वे के बाद लगभग20गाँवों को इसमें शामिल करने का प्रस्ताव है।कैसी होगी शहर की व्यवस्था?'ग्रेटर गाज़ियाबाद'को चलाने के लिए एक बिल्कुल नया और बेहतर सिस्टम बनाया जाएगा,जिसे'कमिश्नरेट सिस्टम'कहते हैं। इसमें बड़ेIASअधिकारी शहर की देख-रेख करेंगे। शहर को तीन हिस्सों (ज़ोन) में बाँटा जाएगा,और हर ज़ोन की ज़िम्मेदारी भी एकIASअधिकारी के पास होगी। इससे शहर का कामकाज ज़्यादा अच्छे और असरदार तरीक़े से हो पाएगा।कब तक पूरा होगा सपना?गाज़ियाबाद,लोनी,मुरादनगर और मोदी नगर पहले से ही2031के मास्टर प्लान का हिस्सा हैं। अब इस नए शहर की सीमाएँ सड़कों के आधार पर तय की जाएँगी,ताकि हर कोने का बराबर विकास हो सके। ज़िला प्रशासन इस नए शहर का पूरा नक़्शा तैयार करने में लगा हुआ है।आगे क्या होगा?लगभग सभी विभागों ने अपना सर्वे का काम पूरा कर लिया है और रिपोर्ट भी तैयार होने वाली है। इसके बाद यह तय होगा कि शहर की सीमा कहाँ तक होगी और इसका प्रशासनिक ढाँचा कैसा होगा। इस नए शहर में अच्छी सड़कें,रहने के लिए बढ़िया घर और व्यापार के लिए अच्छी जगहें बनाने पर सबसे ज़्यादा ध्यान दिया जाएगा। इससे यहाँ के लोगों को अपने ही शहर में रोजगार के नए मौके मिलेंगे और उन्हें बाहर जाने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी।
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