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फैटी लिवर से अब डरने की जरूरत नहीं, वजन घटाने की दवा होगी रामबाण

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मोटापे और मधुमेह से संबंधित बीमारियों का इलाज खोजना हमेशा से चिकित्सा विज्ञान के लिए एक बड़ी चुनौती रही है। लेकिन अब एक नई खोज ने आशा की नई किरण जगा दी है। पहले वजन घटाने और मधुमेह के उपचार के लिए इस्तेमाल की जाने वाली दवाएं अब गंभीर यकृत रोग ‘फैटी लिवर’ के इलाज में प्रभावी साबित हो रही हैं , जिसे मेटाबोलिक डिसफंक्शन-एसोसिएटेड स्टीटोहेपेटाइटिस (एमएएसएच) के रूप में भी जाना जाता है।

न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन में प्रकाशित इस नए अध्ययन के अनुसार , सेमाग्लूटाइड (जिसे आमतौर पर ओज़ेम्पिक और वेगोवी के नाम से जाना जाता है) नामक दवा फैटी लिवर की स्थिति में सुधार करने में अत्यधिक प्रभावी साबित हो रही है। अध्ययन में लगभग 800 मरीज़ शामिल थे और उन्हें 72 सप्ताह तक सेमाग्लूटाइड दिया गया (फोटो सौजन्य – iStock)

डॉक्टर क्या कहते हैं?

फैटी लिवर रोग उन बीमारियों में से एक है जो चुपचाप शरीर को नुकसान पहुंचाती है। यह एक बहुत ही खतरनाक बीमारी है क्योंकि इसके लक्षण पूरी तरह से समझ में नहीं आये हैं। पहले तो ये सामान्य समस्याएं लगती हैं और फिर अचानक ये जीवन के लिए खतरा बन जाती हैं। डॉ. गुरुग्राम में पारस हेल्थ में गैस्ट्रोएंटरोलॉजी और हेपेटोलॉजी के अध्यक्ष हैं। रजनीश मोंगा ने इसके इलाज के तरीके भी सुझाए हैं।

डॉ. रजनीश मोंगा नेबताया कि यह बीमारी लीवर में अधिक वसा जमा होने के कारण होती है। यकृत में अतिरिक्त वसा सूजन और अल्सर का कारण बन सकती है। फैटी लीवर जिम सप्लीमेंट्स, एनारोबिक स्टेरॉयड इंजेक्शन, मोटापा, टाइप 2 मधुमेह और अत्यधिक शराब के सेवन के कारण होता है। डॉक्टरों के अनुसार फैटी लिवर को खतरनाक होने से पहले ही ठीक किया जा सकता है।

 

अध्ययन में क्या कहा गया?

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अध्ययन में दवा के बारे में स्पष्टीकरण दिया गया

परिणाम चौंकाने वाले थे। इस दवा को दिए जाने वाले लगभग दो-तिहाई रोगियों में यकृत की सूजन में कमी देखी गई। इतना ही नहीं, एक तिहाई से अधिक मरीजों में लिवर स्पॉट्स यानी स्क्रीन पर निशान भी कम हो गए। यह अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है, क्योंकि फैटी लिवर की स्थिति आगे चलकर सिरोसिस, लिवर फेलियर या लिवर कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का कारण बन सकती है।

विशेषज्ञों का क्या कहना है?

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विशेषज्ञों ने व्यक्त की अपनी राय

चिकित्सा विशेषज्ञ डॉ. सेलिन गाउंडर के अनुसार , “सेमाग्लूटाइड ने न केवल सूजन को कम किया बल्कि लिवर की कार्यप्रणाली में भी सुधार किया। इस दवा की एक खास बात यह है कि यह न केवल लिवर की सूजन को कम करती है बल्कि मोटापे और मधुमेह जैसी अन्य स्थितियों में भी फायदेमंद है। इससे यह साबित होता है कि सेमाग्लूटाइड जैसी दवा भविष्य में कई विकारों का समाधान बन सकती है। हालांकि, इसका सेवन डॉक्टर की सलाह के बिना नहीं करना चाहिए, क्योंकि इसके साइड इफेक्ट और खुराक व्यक्ति के स्वास्थ्य पर निर्भर करते हैं।

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