– देवी अहिल्याबाई की 300 वीं जयंती पर हुआ सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन
जबलपुर, 31 मई . लोकमाता देवी अहिल्याबाई होलकर की 300 वीं जयंती पर शनिवार की शाम राइट टाऊन स्थित मानस भवन प्रेक्षागृह में महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू के मुख्य आतिथ्य में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में विधायक अजय विश्नोई एवं नगर निगम अध्यक्ष रिकुंज विज विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद थे. कार्यक्रम का शुभारंभ मंचासीन अतिथियों द्वारा लोकमाता देवी अहिल्या बाई होलकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवलित कर किया गया.
महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि देवी अहिल्याबाई की जयंती का दिन संपूर्ण देश के लिए महत्वपूर्ण दिन है. लोकमाता अहिल्या बाई होलकर का जीवन अनेकों गाथाओं को समेटे हुए है. लोकमाता ने देश भर में मंदिरों के निर्माण के लिए एवं लोगों में ईश्वरीय भाव पैदा करने के लिए कार्य किए हैं.
उन्होंने कहा कि लोकमाता देवी अहिल्या बाई का जबलपुर भी कई बार आगमन हुआ है. उनका जबलपुर आना मां नर्मदा के प्रति उनके अकाट्य प्रेम और श्रद्धाभाव को प्रगट करता है. लोकमाता देवी अहिल्या बाई द्वारा मां नर्मदा के तट भेडाघाट के पंचवटी में निर्मित शिवलिंग जबलपुर के लिए गर्व का विषय है. उन्होंने कहा कि लोकमाता अहिल्या बाई का भारत की धरती पर आगमन ईश्वर के अंश के रूप में प्रजा के कल्याण के लिए हुआ था. इस अवसर पर उन्होंने कहा कि लोकमाता अहिल्या बाई होलकर की जयंती संस्कारधानी में अब प्रतिवर्ष हर्ष और उल्लास के साथ मनाई जाएगी.
नगर निगम अध्यक्ष रिकुंज विज ने कहा कि लोकमाता देवी अहिल्या बाई होलकर का महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में अहम योगदान है. लोकमाता देवी अहिल्या बाई होलकर के आदर्शों का आत्मसात करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में कार्य कर रहे हैं. उन्होंने कहा की लोकमाता देवी अहिल्या बाई होलकर भगवान शिव की अनन्य भक्त थीं. जब मुगलों ने आक्रमण कर कई देवस्थानों को ध्वस्त कर दिया तो लोकमाता देवी अहिल्या बाई होलकर ने भारत के कोने कोने में जाकर अपनी संपूर्ण संपति को मंदिरों के जीर्णोद्धार में लगा दिया.
कार्यक्रम में भाजपा के नगर अध्यक्ष रत्नेश सोनकर, रेलवे बोर्ड के सदस्य श्री सोनू बचवानी, पार्षद अर्चना सिसोदिया, सोनिया रंजीत सिंह, रजनी साहू एवं श्रीराम सोनकर, प्रमोद पटेल, अपर कलेक्टर नाथूराम गोंड मुख्य कार्यपालन अधिकारी जेएटीसीसी हेमंत सिंह, पर्यटन प्रबंधक तरुण मिश्र सहित बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे.
सांस्कृतिक कार्यक्रम में संस्कार भारती के कलाकारों ने लोकमाता अहिल्याबाई पर केंद्रित नृत्य नाटिका की प्रस्तुति दी. कमलेश यादव के निर्देशन में 22 कलाकारों ने लोकमाता के समूचे जीवनकाल को नृत्य नाटिका के माध्यम से प्रस्तुत किया. इसके बाद श्रीम कथक पीठ के कलाकारों ने देवी अहिल्या के साहस और शौर्य को नृत्य के माध्यम से प्रस्तुत किया. कार्यक्रम का संचालन गिरीश मेराल ने किया.
आकर्षण का केंद्र रही फाइबर ग्लास की प्रतिमा
इस अवसर पर प्रदर्शनी का आयोजन भी किया गया. शासकीय ललित कला महाविद्यालय, जबलपुर के छात्र छात्राओं की चित्रकला एवं संस्थान के शिक्षक ऋतुराज श्रीवास्तव की बनाई गई अहिल्याबाई की फाइबर ग्लास की प्रतिमा जनाकर्षण का केंद रही. संस्थान के शिक्षक सोमेश सोनी ने बताया महाविद्यालय के 40 छात्र छात्राओं ने अहिल्याबाई के जीवन वृत्त को अपनी चित्रकला के माध्यम से अभिव्यक्त किया.
तोमर
You may also like
यहूदियों के खिलाफ आतंकवाद : इजरायल के संयुक्त राष्ट्र राजदूत ने कोलोराडो हमले की निंदा की
मणिरत्नम की फिल्म हर रोज ऑफर नहीं होती : अली फजल
आधार में हेरफेर से पकड़े जा रहे आरक्षक, परीक्षा में बैठाए थे साल्वर
Jokes: एक आदमी की तपस्या से प्रसन्न होकर भगवान प्रकट हुए. भगवान ने उसे पीने के लिए अमृत दिया लेकिन उसने मना कर दिया, भगवान (हैरानी से)- क्या हुआ वत्स, तुम अमृत क्यों नहीं पी रहे? पढ़ें आगे..
Zelenskyy claims : 'दुश्मन के इलाके में शानदार ऑपरेशन, रूस को हुआ भारी नुकसान