अलवर, 4 सितंबर (Udaipur Kiran) । एमआईए थाना पुलिस ने धर्मान्तरण मामले में दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है। जिनमें से मुख्य आरोपी अमृत गुजरात का रहने वाला है और दूसरा आरोपी सोनू रायसिख रामगढ़ का। मुख्य आरोपी अमृत ने बताया कि उसने सन 1999 में धर्म परिवर्तन किया। वह पहले हिंदू ही था तब से वह ईसा मसीह का प्रचार प्रसार कर रहा है। उसने बताया कि हॉस्टल में करीब 50 बच्चे हैं जो दिल्ली हनुमानगढ़ और अलवर के आसपास से हैं। उन्हें बाइबल पढ़ने और ईसा मसीह के बारे में बताया जाता है उसने बताया कि यह हॉस्टल एनजीओ द्वारा संचालित है। इसका पैसा भी एनजीओ देता है। आरोपी ने बताया उसके बच्चे देहरादून की महंगी स्कूल में पढ़ रहे हैं। मीडिया के धर्म परिवर्तन करने के सवाल पर बोला वह बस ईसाई धर्म का प्रचार प्रसार करता हैं। कुछ महीने पहले ही अलवर आया हैं।
एसपी बोले सीकर पुलिस ने पहले भी इसी मामले था पकड़ा
एसपी सुधीर चौधरी ने पत्रिकार वार्ता में मीडिया को बताया कि धर्म परिवर्तन का मामला पुलिस के सामने आया था। जिस पर एमआईए थाना पुलिस ने गोलेटा गाँव में कार्यवाही करते हुए दो लोगों को गिरफ्तार किया है। मुख्य आरोपी अमृत है जो सीकर से 2 महीने पहले ही बेल पर रिहा हुआ था उन्होंने बताया कि आरोपी के खिलाफ पूर्व में भी मामले दर्ज हैं सीकर एसपी से इसकी जानकारी लेकर बेल को कैंसिल के लिए अप्लाई किया जाएगा। साथ ही एसपी ने आमजन से अपील की कि वह इस तरह के मामलों में पुलिस को मोबाइल नंबर 8764502201 सूचना दें सूचना देने वालों के नाम गोपनीय रखा जाएगा।
एसपी ने कहा पूरे मामले में इन्वेस्टिगेशन जारी है। संस्था को कपन फंडिंग करता हैं कहा से यह नेटवर्क चल रहा हैं अलवर में और किन किन स्थानों पर इस तरह का कार्य चल रहा हैं कौन कौन लोग इसमें शामिल हैं सभी की जाँच पुलिस द्वारा की जा रही हैं। उन्होने बताया कि मामले में हिन्दू संगठन के विजेंद्र खंडेलवाल की और से मामला दर्ज कराया गया हैं।
यह था पूरा मामला
अलवर शहर से करीब 8 किमी दूर गांव गोलेटा स्थित सैय्यद कॉलोनी में एमआईए थाना पुलिस ने बुधवार शाम को इसाई मिशनरी द्वारा संचालित एक हॉस्टल में छापेमार कार्रवाई कर छोटे बच्चों को शिक्षा के नाम पर धर्मांतरण कराने के मामले में 2 लोगों को डिटेन किया है। जिसमें गुजरात के अहमदाबाद निवासी अमृत और अलवर जिले के रामगढ़ निवासी सोनू रायसिख शामिल हैं। आरोप है कि कच्ची बस्ती में रहने वाले व आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों को हॉस्टल में रखकर शिक्षा देने और उन्हें पैसे का लालच देकर उनका धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है। पुलिस ने मौके से इसाई धर्म से जुड़े कुछ धार्मिक ग्रंथ व किताबें जब्त की हैं। वहीं विश्व हिंदू परिषद व बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने मौके पर पहुंच कर नारेबाजी कर धर्मांतरण करने वाले आरोपियों को गिरफ्तार कर कार्रवाई की मांग की।
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(Udaipur Kiran) / मनीष कुमार
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