सोनीपत, 19 अप्रैल . सोनीपत
जिले में किसानों की उम्मीदें हरी खाद की फसलों से जुड़ी हैं, लेकिन सरकारी व्यवस्था
की धीमी रफ्तार उनके हौसले पस्त कर रही है. खेतों की उर्वरता बढ़ाने के लिए सरकार ने
ढैंचा और मूंग के बीज पर 80 फीसदी सब्सिडी देने की घोषणा तो की है, परंतु बीज अब तक
दुकानों तक नहीं पहुंच पाया है.
कृषि
विभाग की योजना के तहत 10 अप्रैल से बीज वितरण शुरू होना था, लेकिन मुरथल रोड स्थित
बीज केंद्र समेत अन्य सरकारी दुकानों पर ढैंचा और मूंग का बीज अब तक उपलब्ध नहीं हुआ
है. सैकड़ों किसान रोजाना दुकानों के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन खाली हाथ लौटने को मजबूर
हैं. रबी सीजन की फसलें कटने के बाद किसान जून में धान की रोपाई से पहले खेतों में
हरी खाद के रूप में ढैंचा और मूंग बोने की तैयारी में हैं, ताकि भूमि की उर्वरता को
बेहतर किया जा सके.
ये
दोनों फसलें मिट्टी में नाइट्रोजन की मात्रा बढ़ाती हैं, जिससे रासायनिक खाद की आवश्यकता
कम होती है और उत्पादन में वृद्धि होती है. कृषि विभाग ने बीज वितरण में पारदर्शिता
बनाए रखने के लिए ओटीपी आधारित पोर्टल प्रणाली लागू की है. किसान पंजीकरण करवा चुके
हैं और जैसे ही बीज उपलब्ध होगा, उन्हें सूचना भेजी जाएगी.
जिले
सोनीपत में 6 हजार क्विंटल ढैंचा और 600 क्विंटल मूंग का बीज वितरण किया जाना है. एक
किसान अधिकतम 10 एकड़ के लिए 120 किलोग्राम तक बीज ले सकता है. पंजीकरण की अंतिम तिथि
30 मई है. कृषि उपनिदेशक डॉ. पवन शर्मा ने आश्वासन दिया है कि बीज की आपूर्ति जल्द
शुरू की जाएगी.
सरकारी
योजनाओं का लाभ तभी संभव है जब समय पर क्रियान्वयन हो. किसानों को अब भी बीज का इंतजार
है और उम्मीद है कि जल्द राहत मिलेगी.
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शर्मा परवाना
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