ऑपरेशन सिंदूर के दौरान दिखाए अदम्य साहस के लिए मिलेगा सम्मान
हिसार, 5 सितंबर (Udaipur Kiran) । जिले के रावलवास खुर्द गांव के भले सिंह बालौदा को
ऑपरेशन सिंदूर में दिखाए गए अदम्य साहस और कुशल नेतृत्व के लिए राष्ट्रपति द्वारा वीरता
पुरस्कार मेंशन इन डिस्पैच प्रदान किया जाएगा। पुरस्कार के लिए नाम का चयन हो गया और
आगामी बड़े कार्यक्रम में हिसार के वीर सैनिक को सम्मान दिया जाएगा।
सम्मान के लिए चयन होने पर प्रसन्न भले सिंह ने कहा कि उनके खून में राजस्थान
और हरियाणा दोनों प्रदेशों का रक्त दौड़ता है। हरियाणा के परिवेश ने मुझे साहसिक कदम
उठाने में बहुत मदद की है।
यह पुरस्कार न केवल भले सिंह की बहादुरी का सम्मान है, सबके
लिए गर्व का विषय भी है। मूलरूप से राजस्थान के भले सिंह का परिवार हरियाणा में पिछले
35 वर्षों से हिसार जिले के रावलवास खुर्द गांव में रहता आ रहा है। उनकी प्रारंभिक
शिक्षा कक्षा पहली से 10 तक इसी गांव में हुई थी।
ऑपरेशन सिंदूर के दौरान वरिष्ठ भारतीय
वायुसेना की एस-400 यूनिट में कार्यरत भले सिंह लांचर इंचार्ज के रूप में तैनात थे।
10 मई की रात को जब एक लांचर अत्यधिक मिसाइल फायरिंग के कारण और खराब हो गया,
तो उन्होंने इसे मौके पर ही छोड़कर बाद में ले जाने के फैसले को टाल दिया। उन्होंने
अपनी चार सैनिकों की टीम के साथ आसमान से बरसते ड्रोन और मिसाइलों की आग के बीच साहसिक
निर्णय लिया और लांचर को ठीक करने का जोखिम उठाया। बिना घबराए, शांत मन से अपनी जान
हथेली पर रखकर उन्होंने लांचर सिस्टम को दुरुस्त किया और इसे नए ठिकाने पर पहुंचाया।
भारतीय वायुसेना की निर्णायक
जीत में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले भले सिंह को इस वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया
जा रहा है।
(Udaipur Kiran) / राजेश्वर
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