धमतरी, 28 जुलाई (Udaipur Kiran) ।नागपंचमी महोत्सव समिति हटकेशर के तत्वावधान में दो दिवसीय हाटकेश्वर नागपंचमी महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। इसके तहत 28 जुलाई को शहर में पालकी यात्रा निकाली गई। पालकी यात्रा श्रध्दालुओं का उत्साह देखते ही बन रहा है।
प्रकृति पूजन का पर्व नागपंचमी के पूर्व संध्या पर नागदेव की पालकी यात्रा हर्षाेल्लास के साथ निकाली गई। आदिवासी रेला-पाटा नृत्य के अगुवाई में निकली नागदेव की पालकी देखने लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। पालकी यात्रा नागमंदिर से होकर शीतलापारा, सुभाषनगर, हटकेशर, बरपारा होते हुए वापस मंदिर पहुंची। जहां महाआरती, पूजन-हवन के साथ नागदेव को गर्भगृह में विराजमा किया गया। यात्रा के दौरान पालकी की जगह जगह स्वागत, पूजा-पाठ की गई।
नागपंचमी महाेत्सव आयोजन समिति के कार्यकर्ता भगवती साहू, दुर्गा साहेब, संगीता देवांगन, गिरजा देवांगन आदि ने बताया कि नागपंचमी का पर्व हटकेशरवासियो के लिए विशेष महत्व रखता है। यहां प्रदेश का एकलौता नाग मंदिर है। नाग मंदिर तथा यहां विराजित प्रतिमा 11वीं सदी से स्थापित है। नागपंचमी के पूर्व संध्या को नाग-नागिन जोड़ा का पालकी निकाली गई। जिसमें सैकड़ो की संख्या में नगरवासी शामिल हुए। उन्होंने कहा कि नागपंचमी महोत्सव मनाने एवं पालकी यात्रा निकालने का उद्देश्य जैव विविधता में संतुलन के प्रति लोगो को जागरूकता लाना और एतिहासिक नाग मंदिर का प्रचार प्रसार करना है। हटकेशर नागपंचमी आयोजन समिति के पदाधिकारी शांतिलाल देवांगन, गिरधर देवांगन, यशवंत देवांगन ने बताया कि 29 जुलाई मंगलवार को कालसर्प दोष निवारण अनुष्ठान नागमंदिर प्रांगण में किया जाएगा। अनुष्ठान त्रयंबकेश्वर ज्योर्तिलिंग से पहुंचे आचार्य पं. शिवाप्रसाद चतुर्वेदी करेंगे।
नागपंचमी महोत्सव के कार्यक्रम में लक्ष्मीनारायण साहू, प्रशांत मीनपाल, अशोक पटेल, लोकेश नेताम, श्याम देवांगन, गैंदूराम साहू, लखनलाल साहू, कैलाश ध्रुव, नारायण देवांगन, जगतराम साहू, संतोष देवांगन, धनीराम, उर्मिला साहू, काव्या निषाद, दिव्या निषाद, देवश्री, मनीष गौरी, महेंद्र खंडेलवाल, सूरज यादव सहित बड़ी संख्या में वार्डवासी शामिल हुए।
आदिवासी समाज ने किया कलाकारों का सम्मान: आदिवासी ध्रुव गोंड समाज के संतराम ठाकुर, भागीरथी नेताम ने बताया कि रेला पाटा नृत्य के कलाकारो का आदिवासी ध्रुव गोंड समाज ने अपने सामाजिक भवन में पुष्पगुच्छ एवं तिलक लगाकर सम्मान किया गया। नागदेव की पालकी यात्रा में आदिवासी समाज के प्रत्येक घरों से लोग शामिल हुए।
(Udaipur Kiran) / रोशन सिन्हा
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