जोधपुर, 23 अगस्त (Udaipur Kiran) । जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय के वनस्पति शास्त्र विभाग की सीनियर सहायक आचार्य डॉ. निशा टाक 26 से 29 अगस्त को ऑक्सफ़ोर्ड विश्वविद्यालय यूके में होने वाली 16वीं अंतरराष्ट्रीय यूरोपियन नाइट्रोजन स्थिरीकरण संगोष्ठी में शोध पत्र वाचन के लिए आमंत्रित की गई है।
डॉ. निशा टाक संगोष्ठी के समानांतर शैक्षणिक सत्र ई1 में जैविक नाइट्रोजन स्थिरीकरण का कृषि विज्ञान पर पढऩे वाले प्रभाव पर व्याख्यान देंगी। डॉ. टाक अर्थ शुष्क एवं शुष्क भूमि में जैविक नाइट्रोजन स्थिरीकरण की प्रमुख जीवाणुओं सिनोराइज़ोबियम एरिडी के भारतीय स्ट्रेन के कृषि क्षेत्र में उपयोग तथा इसके अधिक संख्या में जंगली एवं कृषि उपयोगी फलीदार लेगयुमस (दालों) में प्रभाविक संक्रमण एवं प्रभावी नाइट्रोजन स्थिरीकरण करने पर प्रकाश डालेगी। डॉ. टाक अपने दूसरे व्याख्यान सैटेलाइट सत्र 1 में नाइट्रोजन-फिक्सिंग सूक्ष्मजीव और उनमें रहने वाले समुदाय में भारत के दो आक्रामक फलीदार पौधों, मिमोसा पुडिका (चूई-मुई) और मिमोसा इनविसा के बीटा-राइजोबियल सहजीवियों के जीनोम में विश्लेषण किए गए पादप वृद्धि-प्रवर्तक लक्षण पर चर्चा करेगी।
(Udaipur Kiran) / सतीश
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